देहरादून। तमाम तरह की मनमानी मे लिप्त और पाबंदी के बाद भी अपने हस्ताक्षर से अपना वेतन आहरित करने वाले राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान हरिद्वार के प्रधानाचार्य पीके धारीवाल को शासन ने सस्पेंड कर हल्द्वानी निदेशालय में अटैच कर दिया है।
इससे पहले शासन ने धारीवाल का आईटीआई देहरादून से अटैचमेंट समाप्त कर उन्हें उनकी मूल तैनाती स्थान पिथौरागढ़ से अल्मोड़ा स्थानांतरित किया था। लेकिन उन्होंने नयी ज्वाइनिंग के बजाय बिना अनुमति के 28 जुलाई 2022 तक अनाधिकृत रुप से अवकाश पर रहे। इस पर प्रशिक्षण निदेशालय ने 23 जून को उनके वेतन आहरण पर रोक लगा दी थी।
29 जुलाई को धारीवाल का पिथौरागढ़ से हरिद्वार स्थानांतरण किया गया है। 8 अगस्त को धारीवाल ने स्वंय के हस्ताक्षर से जून और जुलाई का रोका गया वेतन बिना निदेशालय की अनुमति से हरिद्वार कोषागार से आहरित कर लिया। इसके बाद उन पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की गयी।