बुजुर्ग की हत्या का खुलासा: लालच ने पहुंचाया मामा- भांजे को सलाखो के पीछे – News Debate

बुजुर्ग की हत्या का खुलासा: लालच ने पहुंचाया मामा- भांजे को सलाखो के पीछे

खनन विभाग से सेवानिवृत्त बुजुर्ग व्यक्ति की हत्या का दून पुलिस ने किया खुलासा

घटना में शामिल मामा- भांजे को पुलिस ने देहरादून तथा सहरानपुर से किया गिरफ्तार

मृतक के खाते से निकाले गये 04 लाख 80 हजार रूपये नगद, चैक, एफडी व अन्य सामान किया बरामद

देहरादून। पुलिस ने खनन विभाग से रिटायर्ड कर्मी की हत्या का खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया है। आरोपी मामा भांजे हैं और उन्होंने पैसे के लालच मे बुजुर्ग की हत्या कर दी है। 6 मार्च को रिटायर्ड कर्मी जगदीश के भतीजे संजय कुमार ने थाना रायपुर मे गुमशुदगी दर्ज करायी थी। उन्होंने कहा कि कि उनके चाचा जगदीश पुत्र अंगनू निवासी गली न. 18 सरस्वती पुरम नथुवावाला ढांग रायपुर देहरादून उम्र 68 वर्ष जो नत्थुवाला ढांग देहरादून में किराये पर रह रहे थे। 01 फरवरी से उनके चाचा जगदीश का मोबाइल बन्द आ रहा था तथा उनके सम्बन्ध में मकान मालिक से जानकारी करने पर उसके द्वारा उनके 02-03 दिन से घर वापस न आने की जानकारी दी गई।

पुलिस टीम द्वारा गुमशुदा व्यक्ति के सम्बन्ध में आस-पास के रहने वाले लोगों से पूछताछ की गयी तो जानकारी मिली कि गुमशुदा जगदीश मूल रूप से रायबरेली उप्र के रहने वाले थे और देहरादून में खनन विभाग में सरकारी नौकरी से सेवानिवृत्त हुए थे। गुमशुदा के मोबाइल नम्बर व बैंक खातों की जांच की जांच करने पर गुमशुदा के पीएनबी बैंक खाते से यूपीआई के माध्यम से लगातार एक अन्य बैंक खाते में ट्राजेक्शन का होना पाया गया। जिस पर उक्त खातों की जानकारी करने पर उक्त खाते का मोहित नाम के व्यक्ति के नाम पर होना प्रकाश में आया तथा उक्त खाते को कुछ समय पूर्व ही खुलवाने के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त हुई। साथ ही गुमशुदा के परिचितों से जानकारी में गुमशुदा के द्वारा की पैड वाला फोन इस्तेमाल करने तथा उन्हें आनलाइन बैकिंग के सम्बन्ध में जानकारी न होना प्रकाश में आया।

पुलिस ने गुमशुदगी को अपहरण मे दर्ज कर दिया। संदिग्ध खाताधारक मोहित त्यागी को आवश्यक पूछताछ हेतु हिरासत में लिया गया। सख्ती से पूछताछ करने पर उसके द्वारा अपने मामा प्रवीन कुमार के साथ मिलकर गुमशुदा बुजुर्ग जगदीश की हत्या कर शव को देवबंद की नहर में फेंकना स्वीकार किया गया। आरोपी मोहित त्यागी को मौके से गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त मोहित की निशानदेही पर पुलिस टीम द्वारा उसके कब्जे से मृतक का सिम कार्ड, मृतक के खाते का 3.5 लाख रूपये का 01 चैक, 03 लाख रूपये नगद तथा घटना में प्रयुक्त एक सैन्ट्रो कार बरामद की गयी। पुलिस ने दूसरे आरोपी प्रवीण त्यागी को नूरपुर देवबन्द से गिरफ्तार कर लिया। उसकी निशानदेही पर उसके घर से 01 लाख 80 हजार रूपये नगद तथा मृतक जगदीश के पीएनबी बैंक की 05 लाख रूपये की एक एफडी बरामद की गयी ।

पूछताछ में मोहित त्यागी ने बताया कि वह मूल रूप से देवबन्द सहारनपुर उप्र का रहने वाला है तथा वर्तमान में पुष्प विहार गुजरोंवाली चौक, थाना रायपुर देहरादून में किराये पर रह रहा है। वह रायपुर से गुजरोंवाली क्षेत्र में ई-रिक्शा चलाने का कार्य करता है। आरोपी की मुलाकात 04 वर्ष पूर्व मृतक जगदीश से गुजरोवाला चौक पर हुई थी, जो मूल रूप से रायबरेली उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे। मृतक जगदीश अक्सर पूरे दिन गुजरोवाला चौक पर बैठे रहते थे तथा अभियुक्त वहीं पर सवारी का इंतजार करता था। अक्सर मुलाकात होने के कारण दोनो के बीच अच्छी जान पहचान हो गयी थी तथा मृतक जगदीश अपनी सारी बातें अभियुक्त से साझा करते थे।

मृतक से आपसी बातचीत के दौरान अभियुक्त को मृतक जगदीश के अविवाहित होने तथा उनके आगे पीछे किसी के न होने की जानकारी प्राप्त हुई। साथ ही मृतक का अपने रिश्तेदारों से भी ज्यादा सम्पर्क न होना उसके संज्ञान में आया। मृतक जगदीश को मुँह का कैंसर था, जिस कारण वो हमेशा अपने मुंह पर मास्क लगाकर रखते थे तथा मृतक द्वारा अभियुक्त को अपने मुंह के कैंसर के कारण परेशान रहने तथा काफी इलाज के बाद भी बीमारी के ठीक न होने की बात बताई गई थी। इसके अतिरिक्त मृतक के देहरादून में खनन विभाग से सेवानिवृत्त होने तथा उसके खाते में 24 से 25 लाख रुपये जमा होने की जानकारी मृतक द्वारा आपसी बातचीत के दौरान अभियुक्त को दी गयी थी।

जिस पर अभियुक्त ने मृतक जगदीश के खाते से पैसे निकालने की योजना बनाई तथा योजना में सहारनपुर के रहने वाले अपने मामा प्रवीण त्यागी को काफी पैसा मिलने का लालच देते हुए शामिल कर लिया। योजना के मुताबिक अभियुक्त मोहित द्वारा मृतक जगदीश को देवबंद में कैंसर के एक अच्छे डाक्टर के होने तथा उसके इलाज से उनकी बीमारी को जड से खतम होने के बारे में बताते हुए उन्हें सहारनपुर चलने के लिये राजी किया गया। योजना के मुताबिक अभियुक्त मोहित 4 फरवरी को मृतक जगदीश को अपनी सेन्ट्रो कार से अपने मामा के घर देवबंद ले गया जहां अगले दिन दोनो अभियुक्तों द्वारा मृतक जगदीश की रस्सी से गला दबाकर हत्या कर दी तथा मृतक के शव को अपनी कार की डिग्गी में डालकर 07-08 किमी आगे अम्भेटा देवबंद की नहर में फेंक दिया तथा मृतक का की पैड वाला मोबाइल फोन तथा उसके आधार कार्ड की फोटो अपने पास रख ली।

घटना के बाद आरोपी मोहित अपने मामा को देवबंद में छोडकर वापस देहरादून आ गया, जहां उसने मृतक के फोन से सिम निकालकर उसे अपने फोन में डाल दिया तथा उसके आधार कार्ड से लिंक कर उसकी एक यूपीआई आईडी तथा अपने मोबाइल पर फोन पे एप्लीकेशन को एक्टिवेट कर उसके माध्यम से कई बार ट्रांजेक्शन करते हुए करीब 13 लाख रू0 अपने खाते में ट्रांसफर कर लिये। पैसों में से कुछ पैसे आरोपी द्वारा अपने मामा को नगद तथा कुछ पैसों की उसके नाम पर एफडी की गयी थी।

पुलिस टीम

1- उ0नि0 प्रदीप नेगी, थानाध्यक्ष रायपुर
2- उ0नि0 संजय रावत, चौकी प्रभारी बालावाला
3- उ0नि0 रविन्द्र सिंह नेगी
4- अपर उ0नि0 सुशील बलूनी
5- का0 किशनपाल,
6- का0 प्रेम पंवार,
7- का0 मुकेश कण्डारी,
8- का0 पंकज ढौंडियाल,
9- का0 गजेन्द्र सिंह
10- कानि0 प्रदीप कुमार ,
11- का0 चालक दिनेश सिंह
12- हे0कानि0 किरन कुमार (एसओजी नगर)

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