हरिद्वार मे दो जुड़वा मासूमों की हत्या से पुलिस ने उठाया पर्दा
बच्चियों के रोने से परेशान थी मां, तकिये से दबाया गला
हरिद्वार। हरिद्वार पुलिस ने दो बच्चियों की हत्या का खुलासा कर दिया है। जुड़वा बच्चियों की हत्या उनकी माँ ने ही की थी और गुमराह करने के लिए उन्हे अस्पताल भी लेकर गयी। बच्चियों के रोने से परेशान कलयुगी मां ने ही अपनी बच्चियों को मौत के घाट उतार दिया था। मृत अवस्था में मां ने ही बच्चियों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया।
7 मार्च को महेश सकलानी निवासी ग्राम हवेली थाना चंम्बा टिहरी गढ़वाल हाल निवासी धीरवाली, कोतवाली ज्वालापुर, जनपद हरिद्वार के द्वारा अपनी बच्चियो की हत्या की आशंका जताते हुए कोतवाली ज्वालापुर में मुकदमा दर्ज कराया था। महेश सकलानी द्वारा बताया गया कि 6 मार्च को सिडकुल में कंपनी में काम करने गया था मेरे पास फोन आया कि मेरी दोनों जुड़वा बच्चियों की तबीयत खराब है वह आनन फानन में घर पहुंचा इस दौरान मेरी पत्नी दोनों बच्चियों को रानीपुर मोड़ स्थित देवभूमि अस्पताल लेकर गई जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। बच्चियों के पिता ने बताया कि मेरी पत्नी ने बताया कि वह 6 मार्च को सुबह 10:30 बजे दोनों बच्चियों को सुलाकर घर का दरवाजा बंद कर दूध देने के लिए गई थी। जब कुछ देर बाद वापस घर लौटी तो दोनों बच्चियां बेहोश मिलीं इसके बाद वह पड़ोसियों के साथ उन्हें अस्पताल ले गई थी।
मामले के खुलासे मे जुटी पुलिस के लिए गुत्थी को सुलझाना आसान नही था। पुलिस ने वादी के घर के आसपास,पड़ोसियों,जान पहचान वाले अनेक व्यक्तियों से पूछताछ की। आसपास के कैमरों को चैक किया गया। इन सबके उपरांत कई महत्वपूर्ण तथ्य पुलिस के संज्ञान में आए वादी की पत्नी शिवांगी का सुबह के समय दूध लेने जाने और घर वापस आने तक किसी भी व्यक्ति का घर में आना-जाना नहीं पाया गया।
महेश की पत्नी शिवांगी से महिला कांस्टेबल की निगरानी में हरिद्वार पुलिस ने कई घंटों तक गहनता से पूछताछ की तो शिवांगी टूट गई और उसने बताया कि मेरी दोनों जुड़वां बच्चियां रात-दिन अक्सर रोती रहती थी। उसे जरा सा भी आराम नहीं मिल पाता था। कम उम्र व साथ में कोई परिजन न होने की वजह से चिड़चिड़ापन बढ़ता गया जिससे रात में नींद पूरा न होने के कारण उसने गुस्से व झल्लाहट में बार-बार रो रही बच्चियों को पहले रजाई से दबाया लेकिन उनके ज्यादा चिल्लाने पर स्कार्फ से गला दबाकर बच्चियों की हत्या कर दी और सुबह के समय दूध लेने के लिए और रोज की भांति घर से गई और आई।