देहरादून। उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग मे हुए पेपर लीक मामले मे एक और गिरफ़्तारी हुई है। गिरफ्तार व्यक्ति उत्तरकाशी क्षेत्र के ही एक विधायक के भाई का करीबी अंकित रमोला पुत्र दीपक रमोला निवासी सुनहरा नौगांव, बड़कोट है। बताया जाता है कि आरोपी कि भूमिका भी नकल के लिए साधन और संसाधन जुटाने का था। एसटीएफ आरोपी से पूछताछ कर रही है। अब तक एसटीएफ 19 लोगो को गिरफ्तार कर चुकी है। अंकित हाकम के निर्देश पर अभ्यार्थियों को मामले मे गिरफ्तार शिक्षक तनुज के घर ले जाता था।
नकल माफिया के नेटवर्क को तहस नहस करने के लिए एसटीएफ ने अब तक आरोपियों से हुई धन की वसूली का व्योरा तथा एफआईआर अब ईडी को मुहैया करा रही है। एसटीएफ ने न्यायालय में अब तक पंद्रह अहम गवाहों के बयान कलमबंद किये है। गवाहों के बारे में जानकारी गोपनीय रखी जा रही है
एसटीएफ द्वारा अभी तक गिरफ्तार कुछ आरोपियों के पेपर लीक मध्यम से काफी संपति अर्जित करने के तथ्य प्रकाश में आ रहे है। 83 लाख नकद बरामदगी भी हुई है जिसको देखते हुए आयोग पेपर लीक मामले की एफआईआर के साथ प्रारंभिक रिपोर्ट ईडी को भेजी जा रही है। इससे भविष्य में भी जो जानकारी अवैध संपति को लेकर विवेचना में आयेगी वह भी केंद्रीय एजेंसी से साझा की जाएगी। बताया जाता है कि आरोपियों ने नकल कराने के एवज मे जो धन प्राप्त किया वह कई अवैध और बेनामी संपत्ति मे निवेश किया गया है। बताया जाता है की एक इंजीनियर दंपत्ति भी एसटीएफ की रडार पर है, क्योकि इंजीनियर ने हाकम के नेटवर्क के जरिए लाखो रुपये देकर पत्नी की नियुक्ति कराई है। वही की नौकरशाह और सफेदपोश भी पैसे के खेल मे शामिल हो सकते है। ऐसे मे ईडी जांच मे अहम भूमिका का निर्वहन कर सकती है।