देहरादून। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षा के पेपर लीक मामले मे नये नाश खुलासे हो रहे है। जांच मे जुटी stf आरोपियों तक पहुँचने के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी मे जुटी है। अब तक 15 आरोपियों की गिरफ़्तारी के साथ ऐसे 50 अभ्यर्थी चिन्हित किये गये हैं जिन्होंने पेपर लीक के माध्यम से परीक्षा पास की। कई संदिग्ध अभ्यार्थी जांच के दायरे मे है।
पेपर लीक प्रकरण मे जुटी STF की डीजीपी अशोक कुमार ने पीठ थपथपाई है और टीम को स्वतंत्रता दिवस पर पुरस्कृत करने के लिए पदक की संस्तुति की है।
गौरतलब है कि बेरोजगार संगठन की शिकायत पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुलिस महानिदेशक को प्रकरण में तत्काल मुकदमा पंजीकृत करने के निर्देश दिये गये। जिस पर STF जांच कर रही है।
डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा स्नातक स्तरीय परीक्षा दिनांक 4 दिसंबर एवं दिनांक 5 दिसंबर 2021 को तीन पालियों में परीक्षा आयोजित की गयी थी जिसमें करीब 160000 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी एवं 916 अभ्यर्थी चयनित हुये थे।
विवेचना के दौरान संदिग्ध/चयनित अभ्यर्थियों से पूछताछ की गयी। संदिग्ध/चयनित अभ्यर्थियों से की गयी पूछताछ एवं भौतिक व इलैक्ट्रोनिक साक्ष्यों के आधार पर अब तक कुल 15 आरोपियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है।
आरोपी अभिषेक वर्मा निवासी सीतापुर (कर्मचारी प्रिन्टिंग प्रेस) के द्वारा प्रिन्टिंग प्रेस से पेपर चुराया गया था एवं परीक्षा से 4-5 दिन पहले दिनांक 29 नवम्बर को प्रश्नपत्र के तीनों पालियों के सैट विभिन्न माध्यम से जयजीत दास को भेजे। जयजीत दास (प्रोग्रामर प्रिंटिंग प्रेस) ने यह प्रश्नपत्र मनोज जोशी पीआरडी (पूर्व संविदा कर्मचारी UKSSSC) एवं दीपक चैहान को दिया। मनोज जोशी पीआरडी ने यह प्रश्नपत्र मनोज जोशी कनिष्ठ सहायक, गौरव नेगी एवं अपने साले हिमांशु काण्डपाल को दिया। मनोज जोशी कनिष्ठ सहायक व गौरव नेगी ने यह प्रश्नपत्र रामनगर में एक रिसोर्ट एवं काशीपुर में एक वैंकट हॉल व घर में सॉल्व कराया। मनोज जोशी कनिष्ठ सहायक ने ही कुलवीर एवं शूरवीर चौहान के साथ मिलकर कुछ अन्य अभ्यर्थियों को यह प्रश्नपत्र उपलब्ध कराया। हिमांशु काण्डपाल ने यह प्रश्नपत्र अपने साथी महेन्द्र चैहान, दीपक शर्मा, अमरीश कुमार के साथ मिलकर कुछ अन्य अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराया। मनोज जोशी सितारगंज ने यह प्रश्नपत्र गौरव चैहान अपर निजी सचिव के कुछ अभ्यर्थी तुषार चैहान आदि को उपलब्ध कराया। दीपक चैहान ने यह प्रश्नपत्र अपने साथी भावेश जगूडी के साथ मिलकर कुछ अन्य अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराया।
अब तक की विवेचना में सभी अभियुक्तगणों की उक्त अपराध में संलिप्तता पायी गयी है एवं उनके विरूद्ध पर्याप्त साक्ष्य प्राप्त हो गये है। अब तक की विवेचना में करीब 50 अभ्यर्थी ऐसे पाये गये जो पेपर लीक के माध्यम से चयनित हुये है एवं कई अन्य अभ्यर्थी भी संदिग्ध पाये गये है जिनका सत्यापन व विवेचना प्रचलित है।
विवेचना में अब तक 83 लाख रू0 नगद बरामद हुये है साथ ही अन्य आरोपियों द्वारा प्रयोग किये गये संदिग्ध बैंक खातों को फ्रिज किया गया है एवं मोबाईल, लैपटॉप आदि सीज किये गये है जिनका परीक्षण कराया जा रहा है। आरोपियों के खाते जिसमें अवैध धनराशि का लेन देन हुआ है साथ करीब 40-50 लाख की सम्पत्ति का भी पता चला है।
प्रकरण में त्वरित व निष्पक्ष कार्यवाही कर पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड द्वारा एसटीएफ की टीम को स्वतन्त्रता दिवस पर मुख्यमन्त्री उत्तराखण्ड के विशिष्ट कार्य के लिये पदक की संस्तुति की जा रही है।