देहरादून। छात्रों में नैतिक मूल्यों के प्रोत्साहन को आवादा फाउंडेशन के तत्वाधान मे निर्मल दीपमाला पगरानी पब्लिक स्कूल श्यामपुर आयोजित कार्यक्रम मे उत्कृष्ट शिक्षा अभियान के इंटरनेशनल मोटिवेशन स्पीकर एवं हैप्पीनेस इंजीनियर डॉ अरुण भारद्वाज ने कहा कि छात्र लगन और मेहनत से असफलताओं को सफलता की सीढ़ी बनाकर चैंपियन बन सकता है। उत्कृष्ठ शिक्षा के लिए अध्ययन और रचनात्मकता जरूरी है।
उन्होंने वैदिक सूत्रों के महत्व और उनकी गुणवत्ता पर जोर देते हुए उनके व्यवहारिक जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव को प्रेरणात्मक रूप से साझा किया। डॉ. भारद्वाज ने कहा कि हर छात्र के भीतर बुद्धा सुप्तावस्था में स्थित है और उसे प्रयत्नों से जागृत कर सपनों को साकार किया जा सकता है। उन्होंने छात्रों को प्राचीन भारत की संस्कृति को आचरण मे समाहित करने पर जोर दिया और कहा कि हम दूसरों की खुशियों मे शरीक और उपलब्धियो को सरहाते हुए अपने जीवन को भी खुशियों से भर सकते है। खुश रहने के लिए यह जरूरी है कि हम दूसरो की खुशियों मे शरीक हो और दूसरो की उपलब्धियो को तवज्जो दे। जीवन मे सफलता के लिए काफी कुछ सोच पर भी निर्भर करता है और जैसा हम सोचते है परस्थितया भी उसी तरह जन्म लेती है, इसलिए हमे सकरात्मक सोच रखनी चाहिए।
इस मौक़े पर फाउंडेशन ने विद्यालय के पांच छात्रों को भारतीय साहित्यिक ग्रंथ देकर पुरस्कृत किया। उत्कृष्ट शिक्षा अभियान की प्रशंसा करते हुए विद्यालय की प्रधानाचार्य श्रीमती ललिता कृष्ण स्वामी ने फाउंडेशन के कार्यक्रमो को सराहनीय और प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम छात्रों को दिशा प्रदान करते है। अवादा फाउंडेशन की प्रभारी श्रीमती रीतू पटवारी ने फाउंडेशन के मुख्य उद्देश्य और सराहनीय कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी।