देहरादून। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर कांग्रेस सांसद अधीर रंजन की अशोभनीय टिप्पणी के बाद देश भर में हंगामा खड़ा हो गया है। संसद मे चल रहे हंगामे के साथ उतराखंड भाजपा ने प्रदेश भर मे विरोध प्रदर्शन कर सभी जिलों मे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के पुतले फूके।
भाजपाइयो ने प्रदर्शन कांग्रेस को महिला विरोधी और अमर्यादित टिप्पणी करने वाला बताया। कार्य कर्ताओ ने कहा की देश के राष्ट्रपति का अपमान बर्दाश्त नही किया जाएगा। पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस ने मर्यादा की सभी हदे पार कर दी है। कांग्रेस ने राष्ट्रपति के खिलाफ बयानबाजी कर अपना चेहरा फिर उजागर कर दिया है और इससे यह फिर साबित हो गया है कि वह महिला विरोधी, आदिवासी विरोधी है और देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर आसीन महिला के खिलाफ कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी ने ही निर्देश दिये। कांग्रेस का यह कृत्य संस्कार विहीन, मूल्य विहीन तथा संविधान को चोट पहुचाने वाला है। जब से राष्ट्रपति के पद पर मुर्मू ने नामांकन किया तो कांग्रेस की घृणा उजागर हो गयी और कभी उन्हे रबर स्टेम्प तो कभी अशुभ तक संबोधित करने के बाद अब उन्हे अशोभनीय और अमर्यादित टिप्पणी से नवाजा जा रहा है। उन्होंने कहा की हाल ही मे उतराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी कावड़ यात्रा और जलाभिषेक को लेकर महिलाओ को लेकर अमर्यादित टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को देश और महिलाओ से माफी मांगनी चाहिए।
वहीं आज संसद मे भाजपा ने लोकसभा में कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी से देश की जनता और राष्ट्रपति से माफी की मांग की। भाजपा नेता स्मृति ईरानी ने कहा कि सोनिया गांधी ने द्रौपदी मुर्मू के अपमान को मंजूरी दी।
हंगामे के बीच तीन और राज्यसभा सांसद सस्पेंड कर दिए गए। आप सांसद सुशील गुप्ता, संदीप पाठक और निर्दलीय सांसद अजीत कुमार भुइयां को निलंबित कर दिया गया।
भारी हंगामा के बाद सदन को 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। अब तक दोनों सदनों से 27 सांसद निलंबित किए जा चुके हैं जो कि अब गांधी प्रतिमा के नीचे 50 घंटे के धरना पर बैठ गए हैं।