देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने वित्त वर्ष 2025-26 के केंद्रीय बजट को “विकसित भारत 2047” की दिशा में एक दूरदर्शी और सर्वसमावेशी बजट बताया। उन्होंने कहा कि यह बजट किसान, गरीब, मध्यम वर्ग, युवा, महिलाओं और उद्यमियों के सशक्तिकरण के साथ-साथ आत्मनिर्भर भारत के निर्माण को गति देने वाला है।
डॉ. निशंक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण जी को इस ऐतिहासिक बजट के लिए बधाई देते हुए कहा कि यह बजट भारत को एक आर्थिक महाशक्ति बनाने की दिशा में ठोस कदम है। कृषि, MSME, स्टार्टअप, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर, निर्यात, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र को जो प्राथमिकता दी गई है, वह न केवल आर्थिक विकास को बल देगा, बल्कि समाज के हर वर्ग को आत्मनिर्भर बनाएगा।”
उन्होंने मध्यम वर्ग को दी गई ₹12 लाख तक की आयकर छूट को एक ऐतिहासिक फैसला बताते हुए कहा कि इससे देश में उपभोग बढ़ेगा, बचत को बल मिलेगा और अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। इसके साथ ही, राष्ट्रीय निर्माण मिशन और निर्यात प्रोत्साहन मिशन जैसी घोषणाएँ ‘मेक इन इंडिया’ और ‘वोकल फॉर लोकल’ को नया आयाम देंगी।
डॉ. निशंक ने कहा कि यह बजट नवाचार, उद्यमिता और महिला सशक्तिकरण को भी केंद्र में रखता है, जिससे युवाओं और महिलाओं को नए अवसर मिलेंगे। उन्होंने विश्वास जताया कि प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में यह बजट भारत को आत्मनिर्भरता, आर्थिक समृद्धि और वैश्विक नेतृत्व की ओर तेजी से आगे ले जाएगा।