कोटद्वार(चन्द्रपाल सिंह चन्द)। प्रभु यीशु के जन्मदिवस के अवसर पर बिशप हाउस में क्रिसमस मिलन कार्यक्रम मे वक्ताओं ने कहा कि यीशु ने आपसी भाईचारे, शांति व प्रेम का संदेश दिया। प्रभु यीशु का जन्म शांति, प्रेम व सदभावना के लिए हुआ था।
गुरुवार रात्रि अपर कालाबढ स्थित बिशप हाउस में आयोजित कार्यक्रम में गढवाल बिजनौर डायसिस के मुख्य धर्मगुरु बिशप विन्सेंट नेल्लाईपरम्बिल ने उपस्थित अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा क्रिसमस एक खुशी का त्योहार है। इसका वास्तविक अर्थ स्वर्ग और घरती का एक मिलन है। ईश्वर अपने मानने वालों से मिलने स्वमं मानव बनकर अवतरित हुए ताकि मानव ईश्वर समान बन सके। उन्होंने प्रभु यीशु के शांति का संदेश को सुनाते हुए कहा कि प्रभु यीशु ने धरती पर जन्म लिया तब स्वमं आकाश में स्वर्गदूत दिखाई दिए।
उन्होंने कहा कि ईश्वर की महिमा उसी में है जब मनुष्य के जीवन में प्रेम, शांति व आनंद का अनुभव होता है। क्रिसमस 25 दिसम्बर को मनाए जाने वाला त्योहार ही नहीं बल्कि प्रतिदिन प्रेम, शांति व आनंद का अनुभव करने वाला एक त्योहार है। जब हम प्रेम, शांति व आनंद का अनुभव करते हैं तो उसी को क्रिसमस मानते हैं तथा अपने अंदर के बुराइयों को त्याग कर नया जीवन धारण करना ही क्रिसमस है।
मुख्य धर्मगुरु बिशप विन्सेंट ने उपस्थितजनों को नव वर्ष की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आने वाले वर्ष में भी इसी तरह से सुख, शांति व प्रेम के साथ आपसी भाईचारा बना रहे।
कार्यक्रम को पूर्व काबीना मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी, सेवानिवृत्त पुलिस उपमहानिरीक्षक जयेंद्र सिंह नेगी, स्वदेशी जागरण मंच के अध्यक्ष आशीष रावत, सेवानिवृत्त अध्यापक सत्यप्रकाश थपलियाल व ब्रह्मकुमारी दीदी सुमन ने भी संबोधित किया। इस दौरान फादर राज्जी की अगुवाई में ब्रदर्स व सिस्टर्स द्वारा बेहद सुंदर तरीके से धार्मिक कैरोल गीत भी प्रस्तुत किए गए।
कार्यक्रम का संचालन सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल पदमपुर की अध्यापिका रीटा ने किया। इस मौके पर पूर्व मेयर हेमलता नेगी, डा. जगदीश चंद्र ध्यानी, सेवानिवृत अध्यापक सत्य प्रकाश थपलियाल, टीसीजी पब्लिक स्कूल की प्रबंधक नीना घिल्डियाल, राजेश त्रिपाठी, धर्मगुरु फादर जार्ज, फादर पीटर, फादर जेरिन, फादर बाबू जार्ज, फादर बीनू, फादर स्टीफन, फादर जौमी, फादर जींस, सिस्टर्स व ब्रदर्स सहित गणमान्य अतिथिगण मौजूद थे।