देहरादून। कांग्रेस नेता और रियल एस्टेट के कारोबारी राजीव जैन के प्रतिष्ठानों पर इनकम टैक्स के छापों के बाद पूर्व सीएम हरीश रावत ने चुप्पी तोड़ते हुए शोसल मीडिया मे प्रतिक्रिया दी है। हरीश रावत ने कहा कि जैन का कारोबार पुश्तैनी है और उनके मुख्यमंत्रित्व कार्यकाल मे उन्होंने कोई लाभ अपने व्यवसाय से संबंधित अर्जित नही किया है। उनके लघु उद्यम के अनुभव के आधार पर ही उन्हें सलाहकार बनाया गया।
हरीश रावत ने कहा कि 2017 के बाद लोग उनके साये के साथ नही खड़ा होने मे संकोच करते रहे, उनमे जैन भी हैं। सत्ता के डर से लोग उनके खिलाफ बोलते रहे हैं, लेकिन राजीव जैन कभी उनमे सम्मिलित नही हुए। इसीलिए वह वह सत्ता की आँखों की किरकिरी बने। उन्होंने कहा कि जिन व्यवसायों का उल्लेख किया जा रहा है उसमे कोई संपत्ति उनके सलाहकार के दौरान नही खरीदी। यह सभी 2017 के बाद भाजपा कार्यकाल की हैं।