शिक्षा और स्वास्थ्य के मुद्दे पर मंत्री आवास पर धरने पर बैठे कांग्रेस नेता प्रीतम सिंह

देहरादून। प्रदेश मे स्वास्थ्य और शिक्षा के मुद्दे पर कांग्रेस ने भाजपा के घेरेबंदी की है। पूर्व नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने हल्ला बोलते हुए स्वास्थ्य और शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत के यमुना कालोनी स्थित आवास पर धावा बोल दिया। उन्होंने कहा कि सरकार इन प्रमुख मुद्दों पर नाकाम साबित हो रही है।

प्रदेश मे बदहाल स्वास्थ्य, शिक्षा व्यवस्था को लेकर कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह और उनके समर्थकों ने कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत के आवास का घेराव कर धरना दिया। इस मौके पर उनके साथ प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा भी शामिल हुए।

कांग्रेसियों ने इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। काफी देर तक प्रीतम सिंह और उनके समर्थक धरने पर बैठे रहे. जिसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर पुलिस लाइन भेज दिया।

उन्होंने कहा प्रदेश के अस्पतालों की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं चरमरा गयी है और सरकारी स्कूल बदहाल हैं। शिक्षकों की कमी बनी हुई है। लेकिन सरकार इसे गंभीरता से नहीं ले रही है और शिक्षा मंत्री इसे गंभीरता से नही ले रहे हैं। प्रीतम सिंह ने कहा उत्तराखंड में लोगों को बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। उन्होंने आज वह धरने पर बैठेंने का पहले ही एलान किया था।

प्रीतम सिंह ने कहा समूची सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई है और भ्रष्टाचार के खिलाफ उनका संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि आज उन्होंने धरने में अकेले बैठने का निर्णय लिया था, लेकिन तमाम साथी उनके धरने में शामिल होने के लिए पहुंच गए। आगे वह सरकार से आर पार की लड़ाई लड़ेंगे। लेकिन राज्य के लोगों के हितो के साथ अन्याय नही होने देंगे।

भाजपा का हर मंत्री सुलभ, स्वास्थ्य मंत्री के आवास पर धरना अनुचित: चौहान

बचाव मे आये भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस की अपेक्षा भाजपा सरकार के मंत्रीमडल का हर सदस्य सुलभ है, ऐसे मे कांग्रेस विधायक और पूर्व अध्यक्ष प्रीतम सिंह का स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत के आवास पर धरना अनुचित और सियासी नौटंकी है।

चौहान ने कहा कि भाजपा सरकार मे सभी मंत्री दलगत भावना से उपर उठकर जन सुनवाई करते रहे हैं। ऐसी मिशाल भाजपा सरकारों मे मिलती रही है। लेकिन कांग्रेस सरकारों मे यह अपवाद ही है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री अभी क्षेत्र भ्रमण पर हैं, लेकिन ऐसा नही कि वह विपक्षी सदस्यों के मांगों को अनसुना कर रहे हों। प्रदेश मे शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र मे उल्लेखनीय कार्य हो रहे हैं। अगर, किसी विषय पर मंत्री से वार्ता जरूरी भी हो तो समय पर हो सकती हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता प्रीतम सिंह प्रदेश के वरिष्ठ विधायक भी हैं और उन्हे सरकारों मे कार्य करने का अनुभव भी है, ऐसे मे वह मंत्री आवास मे धरने पर बैठ रहे हैं तो उनकी मंशा को समझा जा सकता है कि वह प्रेशर पॉलिटिक्स कर रहे हैं। किसी भी समस्या का समाधान वार्ता से संभव है, न कि धरना प्रदर्शन से। ऐसा कर वह अपने क्षेत्र मे अपने लीगों के गुस्से को शांत करना चाहते है, जिनके बीच वह नही जाते हैं

चौहान ने कहा कि सीएम पुष्कर सिंह धामी भी विकास कार्यों मे किसी तरह असंतुलन न हो इसके लिए कई वैठके विपक्षी विधायकों के साथ कर चुके हैं। कांग्रेस अपनी पार्टी मे मची उथल पुथल से जनता का ध्यान हटाने के लिए इस तरह का स्टंट करती रही है। वहीं आगामी निकाय और पंचायत चुनाव को देखते हुए वह खुद को आक्रामक मुद्रा मे दिखाने की कोशिश कर रही है। जबकि सच्चाई यह है कि विधान सभा सत्र मे हंगामा और जनता के मुद्दों से भागती रही है। उन्होंने कहा कि जनता कांग्रेस के इस स्टंट को बखूबी जानती है और उस पर भरोसा नही करने वाली। समस्या का समाधान वार्ता से ही संभव है न कि राजनैतिक स्टंट से।

 

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