देहरादून। उत्तराखंड के लोक पर्व हरेला पर वन विभाग 15 लाख पौधों का रोपण करेगा। विभाग ने व्यापक अभियान के तहत 15 लाख पौध लगाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें 50 फीसद फलदार पौध लगाए जाएंगे। हरियाली का प्रतीक हरेला पर्व 16 जुलाई को मनाया जाएगा।
राजपुर रोड स्थित वन विभाग के मंथन सभागार में वन मंत्री सुबोध उनियाल ने हरेला पर्व को लेकर अधिकारियों के साथ सभी प्रभागीय वनाधिकारियों के साथ बैठक कर जरुरी दिशा निर्देश दिए। पत्रकारों से वार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि हरेला पर्व को वृहद स्तर पर पौधरोपण अभियान चलाया जाएगा। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री रहेंगे और जिलों में प्रभारी और संबंधित मंत्री के साथ अपने-अपने विधानसभा में विधायक इस अभियान का नेतृत्व करेंगे। उन्होंने कहा कि कुल 15 लाख पौधरोपण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है और इसमें इनमें 50 फीसद फलदार पौध लगाए जाएंगे। वृक्षारोण कार्यों में गुणवत्ता से समझौता नहीं किया जाएगा। वन विभाग तकनीकी रूप से जिम्मेदारी का निर्वहन करेगा और अभियान में वन पंचायत के साथ,विभिन्न विभाग,स्कूल,उच्च शिक्षा के साथ स्थानीय लोगों को शामिल किया जाएगा। इसके लिए जिले के जिलाधिकारियों के माध्यम से विभागों से समन्वय बनाया जाएगा। सभी अधिकारियो को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।
वन मंत्री ने कहा कि फलदार पौधों के रोपण से लोगों को आजीविका के साथ रोजगार की मिलेगा। इसे ध्यान में रखते हुए पहली बार हरेला पर फलदार पौध लगाने पर फोकस किया जा रहा है। वन विभाग जलवायु और मिट्टी को ध्यान में रखते हुए पौध का चयन किया जाएगा। किस क्षेत्र में कौन सा पौध लग सकते हैं। इसके लिए योजना बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि ट्री प्रोटेक्शन एक्ट में होगा संशोधन किया जाएगा। जिससे पौधराेपण में गति मिल सके। इस नियम के तहत व्यक्ति की ओर से लगाए गए पेड़ों के कटान में कोई उलझन न आए इस पर काम किया जाएगा ताकि लोग अधिक से अधिक पेड़ लगा सकें।
बैठक में प्रमुख सचिव और विभागीय सचिव के अलावा प्रमुख वन संरक्षक विनोद कुमार सहित विभागीय अधिकारी शामिल रहे।