प्राचीन शिव मन्दिर ढण्डेरा में श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह का आयोजन
रुड़की, 27 सितम्बर (संबाददाता) : प्राचीन शिव मन्दिर ढंडेरा में हो रहे श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह में व्यास पीठ से पंडित सतीश चन्द्र कोठारी ने कहा कि मनुष्य से जीवन में जाने अनजाने प्रतिदिन कई पाप होते है। उनका ईश्वर के समक्ष प्रायश्चित करना ही एक मात्र मुक्ति पाने का उपाय है। उन्होंने ईश्वर आराधना के साथ अच्छे कर्म करने का आह्वान किया। व्यास जी ने उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए जीवन में सत्संग व शास्त्रों में बताए आदर्शों का श्रवण करने का आह्वान करते हुए कहा कि सत्संग में वह शक्ति है, जो व्यक्ति के जीवन को बदल देती है। उन्होंने कहा कि व्यक्तियों को अपने जीवन में क्रोध, लोभ, मोह, हिंसा, संग्रह आदि का त्यागकर विवेक के साथ श्रेष्ठ कर्म करने चाहिए। भागवत कथा के दौरान कपिलोपाख्यान, सती चरित्र, ध्रुव चरित्र, जड़ भरत चरित्र, आदि प्रसंगों पर प्रवचन करते हुए कहा कि भगवान के नाम मात्र से ही व्यक्ति भवसागर से पार उतर जाता है। उन्होंने भगवत कीर्तन करने, ज्ञानी पुरुषों के साथ सत्संग कर ज्ञान प्राप्त करने व अपने जीवन को सार्थक करने का आह्वान किया। वैराग्य मानव को ज्ञानी बनाता है और वैराग्य में मानव संसार में रहते हुए भी सांसारिक मोहमाया से दूूर रहता है। इस अवसर पर यजमान कुंवर संजीव कुशवाहा, अनिल पुंडीर,ठाकुर रूप सिंह, पं कलित कोठारी, पं सुदर्शन जुयाल, उमेश सिंह , उदय सिंह पुंडीर, राम सिंह, रिंकूल राणा,पं अरुण कोठारी, पं अजय बलूनी, पं विश्वदीपक गौड़, पं नितिन कुकरेती व समस्त मातृ शक्तियों सहित क्षेत्रवासी उपस्थित रहे। photo: कथा श्रवण करते हुए क्षेत्रीय महिला श्रद्धालु