कार्बेट टाइगर रिजर्व प्रकरण मे ईडी के नोटिस पर पहुंचे थे हरक सिंह
देहरादून। पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत से आज कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के पाखरो प्रकरण में ईडी ने लंबी पूछताछ की। ईडी ने करीब 12 घंटे तक हरक सिंह रावत से पूछताछ की। रात को 10.30 बजे के बाद ही ईडी ने हरक सिंह रावत को छोड़ा। इस दौरान उनसे 50 सवाल पूछे गए।
गौरतलब है कि कॉर्बेट नेशनल पार्क के पाखरो रेंज में टाइगर सफारी की योजना मे पेड़ों के अवैध कटान को लेकर चल रही सीबीआई जांच के साथ ही ईडी भी जांच कर रही है। वर्ष 2019 में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की पाखरो टाइगर रेंज सफारी बनाने के लिए 106 हेक्टेयर क्षेत्र में 163 पेड़ काटने की अनुमति दी गई थी. लेकिन बिना अनुमति के 6093 पेड़ काट दिए गए थे। मामले में कुछ फॉरेस्ट अधिकारियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। वहीं तत्कालीन वन मंत्री हरक सिंह रावत विजिलेंस तो कभी सीबीआई जांच का सामना कर रहे हैं। ईडी भी हरक सिंह रावत से इस मामले में लगातार पूछताछ कर रही है।
मामले में गत 14 अगस्त को सीबीआई भी हरक सिंह रावत से पूछताछ कर चुकी है। हरक सिंह रावत ने इससे संबंधित कई गोपनीय दस्तावेज भी सीबीआई को उपलब्ध कराए थे। बताया जाता है कि हरक से पूछे गए 50 सवालों मे जिन पर वह साफगोई से जवाब नही दे पाए उन सवालों के लिए ईडी उन्हे दोबारा बुला सकती है।
हरक सिंह रावत हाल ही मे हुए हरिद्वार और बद्रीनाथ उप चुनाव मे खासे सक्रिय हुए थे। वह अब केदारनाथ उप चुनाव मे भी दावेदारी कर रहे हैं। ऐसे मे सीबीआई और ईडी की जांच उनके लिए परेशानी का कारक बन सकती है। हालांकि रावत यह कहते रहे हैं कि पाखरो रेंज मामले से उनका कोई लेना-देना नहीं है। वह मामले को राजनीति से प्रेरित बताते रहे हैं।