लैंसडाउन। रिखणीखाल ब्लॉक के अंतर्गत देवियोखाल के निकटवर्ती गाँव गुठेरता तोक के कोटा गांव मे मासूम के हत्यारे गुलदार को नरभक्षी घोषित करने की मांग को लेकर स्था नीय जनप्रतिनिधियों ने मांग उठायी है। इसके अलावा पीड़ित परिवार को 50 लाख का मुआवजा देने की भी मांग की।
ग्राम प्रधान बायेला, सुंदरोली तथा कलवाडी के प्रतिनिधियों ने गुलदार को नरभक्षी घोषित करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। सोमवार को 6 वर्षीय मासूम को जबड़े मे खींचकर ले गए गुलदार ने शव को बुरी तरह से क्षत विक्षत कर दिया था। पुलिस और ग्रामीणों ने रात डेढ़ बजे अबोध के शव को बरामद किया। अबोध का एक पाँव पहले ही बरामद किया गया था।
यह थी घटना
रक्षाबंधन के दिन माँ के साथ ननिहाल पहुंचे मासूम को गुलदार मुँह मे दबोचकर ले गया। घटना के बाद पीड़ित परिवार मे कोहराम मच गया और क्षेत्र मे दहशत मच गया। घटना सोमवार शाम को रिखणीखाल विकासखंड के गुठेरथा ग्राम पंचायत के तोक गांव कोटा में हुई। निकटवर्ती गांव उनेरी की अर्चना अपने बेटे आदित्य के साथ मायके आयी थी। पति देवेंद्र उन्हें सोमवार सुबह अपने वाहन से छोड़कर आया था और उन्हें मंगलवार सुबह वापस लेने को जाने की बात कहकर वापस लौट गया। बच्चा भी ननिहाल मे खूब खेल कूद रहा था। शाम को आंगन मे खेल रहे बच्चे पर अचानक गुलदार झपट पड़ा और उसे मुँह मे दबोच कर झाड़ियों की ओर ले गया।
शोर शराबे और हल्ले के बीच लोग मौके पर पहुँच गए। उन्होंने जंगल और आसपास के क्षेत्र की ओर रुख किया। वहीं सूचना पर लैंसडाउन पुलिस भी मौके पर पहुँच गयी। राजस्व कानून गो के अनुसार देर शाम को घर से करीब डेढ़ किमी दूर झाड़ियों में बच्चे का एक पैर बरामद हुआ। घटना के बाद क्षेत्र में दहशत व्याप्त हो गयी। कार्बेट के अंतर्गत देवियोखाल क्षेत्र में गुलदार के हमले की यह पहली घटना है। देर रात तक मासूम की खोजबीन मे लोग जुटे रहे। आखिरकार डेढ़ बजे मासूम का अधखाया शव बरामद हो गया।