देहरादून। प्रदेश मे मानसूनी बारिश ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। बुधवार देर रात भारी बारिश से टिहरी मे बादल फटने की घटना मे 3 लोगों की मौत हो गयी तो वही हरिद्वार मे मकान ढहने की घटना मे 2 की मौत हो गयी। वहीं गैरसैंण मे भी मकान मे दबकर एक महिला की मौत हो गयी।
टिहरी जिले के जखन्याली के सरोली तोक मे बादल फटने से एक परिवार के तीन लोग मलबे की चपेट में आ गए। रेस्क्यू टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद इनका पता लगाया तो इनमें से दो लोगों की मौत हो चुकी थी। दोनों के शव बरामद हो चुके हैं। मृतकों में जखन्याली के सरोली तोक निवासी भानु प्रसाद 50 वर्ष और उनकी पत्नी नीलम देवी 45 वर्ष के शव बरामद हो चुके हैं. उनका पुत्र विपिन 28 वर्ष घायल अवस्था में मिला है. इन लोगों के रेस्क्यू के लिए एसडीआरएफ को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. घायल विपिन करीब 200 मीटर गहरी खाई में मिला. जहां से उसे रेस्क्यू करके पिलखी अस्पताल पहुंचाया गया। रात 2 बजे पिलखी से हायर सेंटर एम्स ऋषिकेश ले जाते समय विपिन ने भी दम तोड़ दिया। नौताड़ गदेरे में जहां बादल फटने से होटल बहा है, वहां 5-6 गाड़ियों के बहने की भी सूचना है। सर्च आपरेशन जारी है।
गैरसैंण में मकान पर मलबा आने से रोहिड़ा ग्राम पंचायत के झोड़ू सिमार तौक की एक 26 वर्षीय महिला की मलबे में दबने से मौत हो गई।
दूसरी ओर हरिद्वार में भी बारिश के कारण मकान गिरने से दो बच्चों की मौत हो गई। जिलाधिकारी धीरज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि बहादराबाद थाना क्षेत्र के भौरी डेरा में मोहब्बत उर्फ काला का मकान है। बारिश के दौरान मकान की छत गिर जाने से घर में मौजूद 11 लोग दब गए. जिनको रेस्क्यू करके घर से बाहर निकाला गया। वहीं छत गिरने से 10 वर्षीय आस मोहम्मद और 8 वर्षीय नगमा की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि 9 लोग घायल हो गए। घायलों को जीडी हॉस्पिटल में भेजा गया।
कुमायूँ के कई क्षेत्रों मे बारिश से भूस्खलंन और नदियों के उफान की खबर है।