देहरादून। रविवार को जनपद देहरादून (विकासखंड चकराता व कालसी को छोड़कर) में उप राष्ट्रीय प्रतिरक्षण दिवस के अवसर पर सघन पल्स पोलियो अभियान का शुभारंभ किया गया। अभियान का शुभारंभ महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ शैलजा भट्ट ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा भारत पोलियो मुक्त है, लेकिन कुछ देशों में अभी भी पोलियो के मामले हैं और पोलियो के फिर लौटने का खतरा बना हुआ है, इसलिए हमें कोई चूक नहीं करनी है और हर बार जन्म से लेकर 5 साल तक के सभी बच्चों को पोलियो की खुराक जरूर पिलानी है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मनोज उप्रेती ने कहा की कोरोना संक्रमण के इस दौर में बच्चों का स्वास्थ्य हमारी प्राथमिकता है, इसलिए हर हाल में अपने जन्म से लेकर 5 साल तक के सभी बच्चों को पोलियो की खुराक जरूर पिलाएं। उन्होंने कहा कि पोलियो बूथ पर जाते हुए और घर-घर अभियान के दौरान मास्क अवश्य पहनें। उन्होंने स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि बूथ पर अथवा घर पर बच्चे को पोलियो पिलाते समय यह प्रयास करें कि आप बच्चे को स्पर्श ना करें सिर्फ अभिभावक ही बच्चे को स्पर्श करें।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ निधि रावत ने जानकारी देते हुए बताया कि अभियान के तहत जनपद देहरादून में कुल 221226 बच्चों पोलियो की खुराक पिलाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए जनपद में कुल 1245 स्थिर, ट्रांज़िट व मोबाइल बूथ बनाए गए हैं।जिन पर कुल 1002 टीमें नियुक्त की गई हैं। अभियान की मानिटरिंग हेतु 249 पर्यवेक्षक तैनात किए गए हैं। सभी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
रविवार 19 जून को बूथ दिवस के अवसर पर पोलियो बूथों पर जन्म से 5 साल तक के बच्चों को पोलियो की खुराक दी गई जबकि 20 जून से 25 जून तक स्वास्थ्य कार्यकत्रियों द्वारा घर-घर जाकर जन्म से लेकर 5 साल तक के बच्चों को पोलियो की खुराक दी जाएगी।
इस अवसर पर राजकीय जिला चिकित्सालय कोरोनेशन की प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ शिखा जंगपांगी, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी एवं जिला चिकित्सालय के जन सम्पर्क अधिकारी प्रमोद पँवार, डॉ शालिनी डिमरी, विश्व स्वास्थ्य संगठन से डॉ विकास शर्मा, जिला आईईसी कोऑर्डिनेटर पूजन नेगी, महिला स्वास्थ्य कार्यकत्री गीता पँवार, जिला सहायक शिक्षा अधिकारी यज्ञ देव थपलियाल, फील्ड सुपरवाइजर देवेंद्र पंवार, विनोद बिष्ट, सुमित्रा रौथाण आदि उपस्थित रहे।