कस्टम व क्राइम ब्रांच के नाम से धोखाधड़ी करने वाले 03 आरोपी राजस्थान से गिरफ्तार – News Debate

कस्टम व क्राइम ब्रांच के नाम से धोखाधड़ी करने वाले 03 आरोपी राजस्थान से गिरफ्तार

उत्तराखण्ड राज्य में आया प्रथम बार डिजीटल गिरफ्तारी का प्रकरण।

लगभग 1 करोड़ से ज्यादा की धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के 03 सदस्यों को कोटा राजस्थान से किया गिरफ्तार

पीडित को मनीलान्ड्रिंग, ड्रग्स तस्करी, व पहचान छुपाने का संदिग्ध बताकर डराकर की धोखाधडी 

देहरादून। खुद को कस्टम अधिकारी और क्राइम ब्रांच अधिकारी बताकर ठगी करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि विगत दिनो साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन मे देहरादून निवासी एक वरिष्ठ नागरिक द्वारा सूचना दर्ज कराई कि अज्ञात साइबर अपराधियों द्वारा वादी के मोबाईल पर सम्पर्क कर स्वंय को FEDEX कोरियर कम्पनी तथा CRIME BRANCH MUMBAI अन्धेरी से बताकर मुम्बई कस्टम द्वारा वादी के नाम से अवैध पासपोर्ट, क्रेडिट कार्ड आदि सीज करने की जानकारी देकर मुम्बई क्राईम ब्रॉच अंधेरी से सम्पर्क करवाकर व आवेदक को स्काईप ऐप पर जोडकर वीडियो कॉल पर पुलिस थाना दर्शाकर पार्सल के सम्बन्ध में पूछताछ कर आवेदक को मनीलान्ड्रिंग, ड्रग्स तस्करी, व पहचान छुपाने का संदिग्ध बताकर व नोटिस भेजकर शिकायकर्ता के नाम से चल रहे खातो में 38 मिलीयन का अवैध ट्रांजैक्शन होना बताया गया। उनके द्वारा पासपोर्ट कार्यालय व मुम्बई क्राइम ब्रांच से किल्यरेन्स प्रदान करने का झांसा दिया गया तथा पीड़ित की डिजिटल गिरफ्तारी की गई जहां उसे स्काइप के माध्यम से 24 घंटे के लिए ऑडियो वीडियो निगरानी पर रखा गया। उनसे कहीं न जाने को कहा गया इसके पश्चात् अपराधियों ने फर्जी मुंबई क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर पीडित को डरा धमकाकर 1,13,00,000/- (1 करोड 13 लाख रू०) भिन्न भिन्न बैंक खातो में स्थानान्तिरित करने के लिए मजबूर किया। गिरफ्तार आरोपी दुबई से गिरोह चलाते थे जहां उनके गिरोह के सदस्यों ने दुबई से पैसे निकाले।

प्रकरण को गम्भीरता से लेते हुये वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इस घटना का अनावरण करने हेतु पुलिस उपाधीक्षक श्री अकुंश मिश्रा के नेतृत्व में एक टीम गठित कर अभियोग में आरोपियों के विरुद्ध ठोस कार्यवाही करने के दिशा-निर्देश निर्गत किये गये। टीम द्वारा घटना के शीघ्र अनावरण हेतु त्वरित कार्यवाही करते हुए घटना में प्रयुक्त मोबाईल नम्बर व सम्बन्धित खातों आदि की जानकारी व तकनीकी विश्लेषण किया गया तो अपराध में संलिप्त अपराधियों का राजस्थान से सम्बन्ध होना पाया गया। जिसमें टीम को सम्बन्धित स्थानों को रवाना किया गया।

पुलिस टीम द्वारा 3 आरोपियों को 3 कोटा, राजस्थान से गिरफ्तार किया गया, जिनके कब्जे से 05 मोबाईल फोन मय सिम कार्ड, आधार कार्ड बरामद हुये। पूछताछ में आरोपियों द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा मुम्बई काईम ब्रांच का अधिकारी बनकर भोली भाली जनता से मुम्बई कस्टम द्वारा अवैध पासपोर्ट, केडिट कार्ड सीज करने की जानकारी देकर जनता के लोगों को मनीलांड्रिंग, इग्स तस्करी का संदिग्ध बताकर व लोगों को फर्जी नोटिस भेजकर धोखाधड़ी की जाती है. जिसके लिये उनके द्वारा स्वयं को मुम्बई क्राईम ब्रांच का अधिकारी बनकर लोंगों को झांसा देकर भिन्न भिन्न एकाउन्ट में धनराशि जमा कराकर ठगी की गई है। अपराधियों द्वारा देश के विभिन्न हिस्सों से लोगों को मनीलांड्रिंग, ड्रग्स तस्करी का संदिग्ध बताकर व लोगों को फर्जी नोटिस भेजकर धोखाधड़ी की जाती है। आरोपियों मे राकेश पुत्र रमेश चन्द निवासी अजापुरा थाना-शोकुर, मध्य प्रदेश हाल गुजरों का मौहल्ला निकट शीतला माता मन्दिर थाना इटावा, जिला कोटा, राजस्थान। उम्र 30 वर्ष, दीपक लक्षकार पुत्र किशन कुमार लक्षकार निवासी गुजरों का मौहल्ला निकट शीतला माता मन्दिर थाना- इटावा, जिला कोटा, राजस्थान। उम्र 26 वर्ष तथा आसिफ अली पुत्र ख्वाजा मौहम्मद निवासी जामा मस्जिद के पास, इटावा, थाना- इटावा, जिला- कोटा, राजस्थान। उम्र 27 वर्ष है।

पुलिस टीम-

1- निरीक्षक देवेन्द्र नबियाल

2- अपर उ०नि० मुकेश चन्द

3- कानि० सोहन बडोनी

4- कानि० नितिन रमोला

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