देहरादून। वन विभाग की पाखरो रेंज मे हुए घपले मे पूर्व वन मंत्री हरक के साथ उनके नजदीकी लोगों पर भी ईडी का शिकंजा कसता जा रहा है। बीते दिनों हरक के ठिकानों पर छापे के दौरान ईडी ने हरक की नजदीकी और रुद्रप्रयाग जिप की पूर्व अध्यक्ष लक्ष्मी राणा का लॉकर खुलवाया। लॉकर से करीब 45 लाख के गहने मिले हैं। ईडी ने गहने जब्त कर राणा से इनका हिसाब मांगा है।
ईडी की टीम ने बीते दिनों हरक के उत्तराखंड समेत तीन राज्यों में घपले को लेकर 17 स्थानों पर छापेमारी की थी। इस दौरान कुल 6 लॉकर ईडी टीम ने फ्रीज कराए थे। अब इन्हें खुलवाए जाने की प्रक्रिया शुरु की गई है। बताया जाता है कि लक्ष्मी राणा का घंटाघर में पंजाब नेशनल बैंक की शाखा में स्थित लॉकर खुलवाया गया। बैंक, ईडी टीम और लक्ष्मी राणा की मौजूदगी में यह लॉकर खुला। इससे यह गहने मिले। अब इन गहने की खरीद की जांच शुरू कर दी गई है। टाइगर सफारी निर्माण कार्यों में घपले और कैंपा फंड में गड़बड़ी को लेकर यह छापेमारी उत्तराखंड के देहरादून, हरिद्वार, श्रीनगर, लैंसडौन, काशीपुर, ऋषिकेश के साथ ही दिल्ली और हरियाणा में की थी। छापेमारी में 1.10 करोड़ रुपए नगदी, सवा किलो सोना, विदेशी डॉलर, बैंक लॉकर, डिजिटल डिवाइस, विभिन्न डीलों के दस्तावेज और 60 करोड़ की जमीनों के दस्तावेज कब्जे में लिए थे। ईडी को कई राज खुलने की उम्मीद है।
ईडी को छापेमारी के दौरान एक आईएफएस के घर से कुछ अन्य आईएफएस के नामों के कुछ दस्तावेज मिले हैं। इनमें लाखों रुपयों के लेन देन को लेकर तथ्य हैं।
गौरतलब है कि कॉर्बेट टाईगर के पाखरो रेंज मे सफारी निर्माण मे अनियमितताओं को लेकर हरक जांच एजेंसियों की रडार पर हैं। मामले मे विजिलेंस भी हरक के प्रतिष्ठानों पर छापेमारी कर चुकी है। वहीं मामला अब सीबीआई के पास है।