देहरादून। सोमवार को आईएमए एक बार फिर उस ऐतिहासिक क्षण का गवाह बना जिसके लिए कड़ी मेहनत मे जुटे कैडेट और परिजन इंतजार करते है। तीन पीढ़ियों से सेना के प्रति समर्पण और जज्बे के साथ चल रहे कोटद्वार कुम्भीचौड निवासी तिवारी परिवार के लिए भी यह दिन यादगार बन गया।
तीसरी पीढी के अनुराग तिवारी भी भारतीय सेना मे अफसर बन गए। अनुराग तिवारी के ताऊ डाॅ दीपक तिवारी ने बताया कि अनुराग की प्राथमिक शिक्षा कोटद्वार मे हुई। बाद मे बारहवीं तक आर्मी स्कूल चहल हिमाचल प्रदेश और ग्रेजुएशन एस जी आर आर देहरादून से किया। अनुराग के दादा दादा राम प्रसाद तिवारी तथा पिता मनोज तिवारी दोनों सेना से ही सेवानिवृत्त हैं। माता ग्रृहणी है। पीओपी मे अनुराग की सितारों से सजी बर्दी देखकर परिवार मे खुशी का माहौल है।