देहरादून। पैसेंजर ट्रेन के जनरल वार्ड मे एक मासूम की किलकारियों ने उसे नया जीवन दे दिया। इसमे उसके लिए ट्रेन मे सफर कर रहा मुस्लिम परिवार फरिस्ता बनकर आया।
घटनाक्रम के अनुसार श्रीमती बिलकिस पत्नी फैयाज निवासी व्योमप्रस्थ कांवली व श्रीमती हसीन पत्नी अफजल आज थाना बसंत विहार पहुंचे और बताया कि 3 दिसंबर 23 को ज्वालापुर स्टेशन से देहरादून आने के लिए वह 6:30 बजे पैसेंजर ट्रेन में चढ़े थे तो उन्हें जनरल वार्ड की चद्दर के अंदर लिपटे हुए एक बच्चे के रोने की आवाज आयी। चद्दर हटा कर देखने पर एक बालक, जिसकी उम्र लगभग चार माह की है, उन्हें ट्रेन के डिब्बे में मिला। आसपास के लोगों से बच्चे के बारे में पूछने पर किसी ने उसके बारे में कोई जानकारी न होना बताया। बच्चा बीमार लग रहा था, जो काफी रो रहा था। वह उसे अपने साथ देहरादून लेकर आ गए तथा बच्चे का उपचार कराने के उपरांत उसे आज उनके द्वारा थाने लाया गया।
श्रीमती बिलकिस द्वारा अपने साथ लाए 4 माह के बच्चे के संबंध में रेलवे चाइल्ड हेल्पलाइन डीसीपीयू देहरादून से संपर्क कर उन्हें थाने पर बुलाया गया तथा रेलवे चाइल्ड हेल्पलाइन से आये महिला कर्मियों सरिता एवं नेहा को बच्चे का मेडिकल एवम अन्य कार्यवाही हेतु रेलवे चाइल्ड हेल्पलाइन देहरादून डीसीपीयू के सुपुर्द किया गया।