देहरादून। प्रदेश मे शुक्रवार की रात बरसे बादलो ने राज्य के कई क्षेत्रों मे भारी तबाही मचाई। टिहरी, पौड़ी और राजधानी सहित अनेक पर्वतीय जिले मे हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है। आवाजाही के लिए संपर्क पुल, ध्वस्त हो गए तो सड़के भी बह गयी। ग्रामीण क्षेत्रों मे भूस्खलन के कारण मकान जमीदोज होने की खबर है जिसमे कुछ लोगो के मलवे मे दबे होने की आशंका है।
राजधानी से सटे क्षेत्र मालदेवता मे खासी तबाही देखने को मिली। सौंग नदी उफान पर आ गयी। सोडा सरोली और रानी पोखरी को जोड़ने वाला पुल भी बह गया। मालदेवता के साराखेत मए बादल फट गया। एसडीआरएफ ने बाहर से घूमने आए तकरीबन 50 से ज्यादा पर्यटकों को रात मे रेस्क्यू किया। सभी लोग मालदेवता,सर खेत के आसपास होटल और रिसोर्ट में रुके थे। देर रात अचानक नदी में जल स्तर बढ़ने से होटल रिसोर्ट में पानी घुस गया था। लगभग 6 दुकान/ मकान बह गए। वहींपानी के तेज बहाव में पर्यटकों के वाहन भी हुए क्षतिग्रस्त हुए है।
थानों मार्ग पर देर रात टूटी सड़क की चपेट में बहे एक स्कूटी सवार को सुरक्षित किया गया रेस्क्यू कर लिया गया, लेकिन उसका साथी लापता है और अभी तक उसका पता नही लग पाया है। एसडीआरएफ राहत कार्यो मे जुटी हुई है। सोडा सरोली में एक कार के नदी मे फँसे होने की सूचना पर एसडीआरएफ टीम द्वारा तत्काल कार्यवाही करते हुए कार से युवक को सकुशल रेस्क्यू किया गया व उनके पिता अभी लापता है, जिनकी तलाश में सर्च आपरेशन जारी है।
वहीं रायपुर रोड के बीच में पुल टूटने से एक कार दुर्घटनाग्रस्त होकर नदी के तेज बहाव में फंस गयी थी । कार में पांच लोग सवार थे। सूचना पर एसडीआरएफ टीम द्वारा तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर पांच लोगों को रेस्क्यू किया गया।
जनपद टिहरी में मलबे में दबी महिला, SDRF का सर्च ऑपरेशन जारी
टिहरी के गोदी कोठार गाव में एक गोशाला मे महिला के दबे होने की सूचना पर SDRF टीम घटनास्थल कलिये रवाना हुई है। SDRF पोस्ट श्रीनगर से रेस्क्यू टीम ने गोदी कोठार गाव तहसील देवप्रयाग पर पहुंचने के उपरांत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है। परिजनों द्वारा बताया गया कि श्रीमती बचनी देवी जिनकी उम्र 85 वर्ष है ,के लैंडस्लाइड के नीचे दबे होने की आशंका बताई जा रही है। घटनास्थल पर SDRF टीम की सर्चिंग जारी है। यमकेश्वर के विनक गाँव मे भी एक महिला की मकान जमीदोज होकर दबने से मौत की खबर है।
धामी ने किया प्रभावित क्षेत्रों का दौरा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया। थानों मार्ग पर क्षतिग्रस्त पुल का निरीक्षण करते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आवागमन को सुचारू करने के लिए शीघ्र वैकल्पिक व्यवस्था की जाए।मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में प्रशासन एवं एसडीआरएफ की टीमें निरंतर राहत एवं बचाव कार्यों के साथ ही अन्य व्यवस्थाएं कर रही हैं। विधायकगण अपने क्षेत्रों में हर स्थिति पर निगरानी कर रहे हैं। सेना से भी संपर्क में हैं। अगर हेलीकॉप्टर की अवश्यकता पड़ी तो सेना से भी मदद ली जाएगी। स्टेट के हेलीकॉप्टर को भी आपदा प्रभावित क्षेत्रों के लिए अलर्ट मोड पर रखा गया है।
मुख्यमंत्री ने कुमाल्डा एवं उसके आसपास के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने कमिश्नर गढ़वाल एवं जिलाधिकारी टिहरी को निर्देश दिए कि आपदा प्रभावित क्षेत्र के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाएं। उनके लिए भोजन एवं अन्य आवश्यक सामग्री की पर्याप्त व्यवस्था की जाय।
मुख्यमंत्री ने जेसीबी से आपदा प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो मार्ग अवरुद्ध हुए हैं, लोगों को आवागमन के लिए वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था की जाए। जिन इन क्षेत्रों में पेयजल एवं विद्युत की आपूर्ति बाधित हुई है उन क्षेत्रों में विद्युत एवं पेयजल की जल्द सुचारू व्यवस्थाएं की जाय।
इस अवसर पर विधायक श्री उमेश शर्मा काऊ, प्रीतम सिंह पंवार , गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार, डीआईजी गढ़वाल के.एस. नगन्याल, जिलाधिकारी टिहरी डॉ. सौरभ गहरवार, एसएसपी टिहरी नवनीत सिंह भुल्लर एवं जिला प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे।
राजधानी के संतला देवी हल्दूवाला पुल भी बह गया जिससे क्षेत्र की राजधानी से आवाजाही कट गयी। वही टपकेश्वर मंदिर मे भी जल भराव हो गया। दूसरी और कुमाऊँ के बागेश्वर तथा अन्य जिलो मे भी भूस्खलन और सड़क मार्ग बहने की खबर है। टिहरी के जौनपुर ब्लॉक के धनचुला गाँव मे 7लोगो के मलवे मे दबे होने की खबर है।