आईडीपीएल से त्रिवेणी घाट तक निकली महारैली
देहरादून/ऋषिकेश। ऋषिकेश मे आज 30 साल बाद वही राज्य आंदोलन जैसा नजारा था। हाथों मे तख़्तिया, भींची मुट्ठियाँ, मांगों के समर्थन मे नारे और महिला पुरुषों का हुजूम। फर्क यह है कि राज्य गठन के 24 साल बीतने को है, लेकिन लोग मूल निवास और भू कानून जैसी मांग को लेकर आज भी आंदोलनरत हैं।
आज आईडीपीएल हॉकी मैदान में हजारों लोग जमा हुए और महारैली निकाली। लोग 1950 के मूल निवास, भू कानून नशे के खिलाफ कड़े कानून की मांग के लिए नारेबाजी करते नजर आये। रैली मे महिलाओं की संख्या अधिक रही।
रैली मे अधिकतर महिलाएं उत्तराखंड की पारंपरिक वेशभूषा में प्रदर्शन और नारेबाजी करती हुई दिखाई दीं। प्रदर्शन के बाद हजारों लोगों ने त्रिवेणी घाट तक स्वाभिमान महारैली निकाली। त्रिवेणी घाट पर लोगों ने पूजा अर्चना के बाद अपनी मांगों के संबंध में लड़ाई जारी रखने का संकल्प लिया। लोगों का कहना था कि साल 1950 से मूल निवास देने की मांग लंबे समय से की जा रही है। इसके अलावा उत्तराखंड के जल-जमीन-जंगलों को बचाने के लिए सशक्त भू कानून बनाने की मांग भी लगातार जारी है। राज्य में लगातार बढ़ रही नशे के प्रवृत्ति से युवा वर्ग बर्बाद हो रहा है. इसलिए नशे के खिलाफ भी यह महारैली आयोजित की गई है।
स्वाभिमान महारैली के दौरान आईडीपीएल से त्रिवेणी घाट तक पुलिस मौजूद रही। चप्पे-चप्पे पर असामाजिक तत्वों पर भी पुलिस ने अपनी नजर बनाए रखी।