सीबीआई जांच की मांग कर रही महिलाओं ने किया सीएम आवास कूच
देहरादून। अंकिता भंडारी हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग को लेकर सीएम आवास कूच कर रही महिला कांग्रेस की अध्यक्ष ज्योति रौतेला व प्रदेश महामंत्री शिवानी थपलियाल ने विरोध में सिर मुंडवा कर प्रदर्शन किया।
इस असवर पर रौतेला ने कहा कि कांग्रेस उत्तराखण्ड की बेटी अंकिता भण्डारी हत्याकाण्ड की जांच सीबीआई से कराये जाने की मांग लगातार राज्य व केन्द्र सरकार से करती आ रही है, लेकिन आज तक अंकिता के परिवार को न्याय नही मिल पाया है। अभी तक अंकिता भण्डारी काण्ड में वीआईपी का नाम तक उजागर नही हो पाया। उन्होंने कहा कि अंकिता को न्याय दिलाने के लिए कांग्रेस मुहिम को जारी रखेगी।
उन्होंने कहा कि सरकार की लचर व्यवस्था के कारण डेंगू महामारी का प्रकोप लगातार बढ रहा है। महिलाओं ने कहा कि युवा बेरोजगार परेशान है और महंगाई चरम पर है। पुलिस सभी महिला प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर पुलिस लाईन ले गई।
प्रदर्शन में मुख्य रूप से प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष संगठन मथुरा दत्त जोशी, महामंत्री विजय सारस्वत, पूर्व विधायक संजीव आर्य, मुख्य प्रवक्ता गरिमा माहरा दसौनी, महानगर अध्यक्ष डॉ. जसविन्दर सिंह गोगी, मीना रावत, नजमा खान, आशा मनोरमा डोबरियाल, प्रतिमा सिंह, सुजाता पॉल उर्मिला थापा, दर्शन लाल, मोहित उनियाल, सुशीला बेलवाल, उषा रावत, अनुराधा तिवाड़ी, कमजीत कौर, पूनम कैन्यूरा, रेनू नेगी, इन्दू पंवार, अन्जू मिश्रा, संतोष चौहान, अल्का लाम्बा, जिला महिला कांग्रेस की अध्यक्ष नीलम रावत, शीशपाल सिंह बिष्ट, , आदि सैकड़ों महिलायें उपस्थित थीं।
राजनैतिक उद्देश्य की पूर्ति के लिए कांग्रेस नेत्रियों का मुंडन दुर्भाग्यपूर्ण: चौहान
भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कॉंग्रेस नेत्रियों द्धारा राजनैतिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए मुंडन करवाने को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए इसे मातृत्व की भावना और सनातनी संस्कृति का अपमान बताया है। उन्होंने इस पर सख्त आपत्ति जताते हुए इसे अंकिता मर्डर जैसे संवेदनशील मुद्दे पर कॉंग्रेस महिला नेताओं की मीडिया सुर्खियां बनने की आपसी खींचतान का नतीजा बताया।
चौहान ने पार्टी मुख्यालय में मीडिया से बातचीत में ऐसे प्रयास की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि उत्तराखंड की बेटी के साथ हुए इस दुखद प्रकरण को लेकर कांग्रेस शुरुआत से ही झूठ व भ्रम फैलाने और प्रदेश की छवि खराब करने की साज़िशों में लगी है। उसके द्धारा लगातार इस संवेदनशील मुद्दे पर विभिन्न राजनैतिक कार्यक्रमों के माध्यम से पीड़ित परिजनों एवं जनता की भावनाओं के अपमान का प्रयास किया जाता रहा है। इससे पूर्व इन्होने पौड़ी लोकसभा में न्याय यात्रा भी निकाली जिसे जनता ने सिरे से नकार दिया, जिससे बौखलाकर उनके नेता गढ़वाल और उत्तराखंड के लिए अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल भी करते रहे। उन्हे न अंकिता के साथ हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना का दुख है, न उसके परिजनों के घावों को कुरेदने अथवा प्रदेश की जनभावनाओं को आहत करने का ही दुख है।
चौहान ने आक्रोश जताते हुए कहा कि सनातन संस्कृति में स्त्री के केशों को स्त्रीत्व और उसके सम्मान का प्रतीक माना जाता है और उसे उतरवाने की अनुमति कुछ विशेष मामलों में सिर्फ और सिर्फ सन्यास के समय और तिरुपति बालाजी मंदिर में होती है। लेकिन कोंग्रेस नेत्रियों ने राजनैतिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए इस नीति विरुद्ध जाकर समस्त देवभूमि की महिलाओं को अपमानित करने का प्रयास किया है।
उन्होने कहा कि इस पूरी घटना की एसआईटी जांच से न्यायालय पूरी तरह संतुष्ट है और अब तक की पुलिस और न्यायिक कार्यवाही को लेकर प्रदेश की जनता ने भरोसा जताया है।
उन्होंने कहा कि इस तरह के क्रियाकलाप उन्हे सुर्खियां दिला सकती है, लेकिन कांग्रेस को न इससे लाभ होने वाला और जनता उसकी नीयत को भली भाँति समझ चुकी है और उसे इसका खामियाजा भुगतना होगा।