देहरादून। पछवादून क्षेत्र में नशे के बढ़ते प्रचलन एवं नशे के बड़े माफियाओं के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही की मांग करते हुए कांग्रेस की पछुवादून की जिलाध्यक्ष श्रीमती लक्ष्मी कपरूवान के नेतृत्व मे प्रतिनिधिमंडल ने डीजीपी अशोक कुमार से भेंट कर ज्ञापन दिया।
श्रीमती अग्रवाल ने कहा कि जिला देहरादून का पछवादून क्षेत्र विभिन्न प्रकार के नशीले पदार्थों की तस्करी सप्लाई क्रय विक्रय का केंद्र लंबे समय से बना हुआ है और नशा सप्लाई करने वाले इन बड़े-बड़े सफेदपोश माफियाओं का शिकार आमतौर पर स्कूल और कॉलेज में पढ़ने वाले लड़के लड़कियां अधिक मात्रा में हो रहे हैं। इससे इस क्षेत्र की अगली पीढ़ी पूरी तरह से बर्बाद होने जा रही है और इस कारण इस पूरे क्षेत्र के अभिभावक गण बहुत अधिक चिंता ग्रस्त हैं।
विकासनगर हरबर्टपुर जीवनगढ़ कुंजा ग्रांट कुल्हाल धर्मावाला सहित विकास नगर विधानसभा एवं सहसपुर विधानसभा के विभिन्न क्षेत्रों में नशा माफिया अपना गढ़ बना चुका है । नशा माफिया के निशाने पर अधिकतर अच्छे पब्लिक स्कूलों में पढ़ने वाले, हॉस्टल में रहने वाले, पीजी में रहने वाले, अच्छे कॉलेज में पढ़ने वाले बच्चे और युवा होते हैं । शुरु शुरु में इन बच्चों को मुफ्त में नशीले पदार्थ दिए जाते हैं और धीरे-धीरे बाद में यह बच्चे नशे के आदी बन जाते हैं। फिर इन्हीं नशे के आदी बच्चों को नशा बेचकर नशा माफिया खुद को मालामाल करता रहता है। चैन स्नैचिंग, हत्या, लूट, बलात्कार, रैश ड्राइविंग सहित अनेकों अपराधिक घटनाओं के मूल में अपराधी के नशे में होने को कारण माना गया है l
अग्रवाल ने कहा कि पुलिस नशा बेचने वालों के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं करती है। पुलिस की कार्यवाही तो अक्सर चलती रहती है, किंतु बड़ी समस्या की बात यह है कि पुलिस कार्यवाही की जद में अक्सर सिर्फ छोटी मछलियां ही आती हैं। नशा बेचने वालों के जो बड़े डिस्ट्रीब्यूटर हैं उन तक पुलिस के हाथ नहीं पहुंच पाते। दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति यह है कि पुलिस नशा बेचने वालों की चैन को ना स्कैन कर पाई है ना तोड़ पाई है। इसीलिए छोटे-मोटे नशा बेचने वालों के जेल जाने के बाद नशे के बड़े डिस्ट्रीब्यूटर अपने छोटे नए रिटेलर बना लेते हैं और बच्चों तक नशा आसानी से पहुंचता रहता है।
पछवा दून जिला कांग्रेस कमेटी इस संबंध में पूर्व में भी आवाज उठा चुकी है और आज पुनः उनसे मिलकर यह अनुरोध करने का मकसद सिर्फ यही है कि पुलिस को निर्देशित किया जाना चाहिए कि वह जब इस तरह के छोटे नशे के रिटेलर को पकड़े तो उसकी रिमांड लेकर बड़े नशा माफिया अर्थात नशे के डिस्ट्रीब्यूटर तक पहुंचने का काम करे, ताकि नशे की यह है विश्व बेल आगे बढ़ने से रोकी जा सके। छोटे-मोटे नशा विक्रेताओं को पकड़ कर जेल भेजने से कुछ होने वाला नहीं है। आवश्यकता बड़े नशा तस्कर को पकड़ने की है और यह काम कोई आम आदमी अथवा सामाजिक कार्यकर्ता नहीं कर सकता इस काम को सिर्फ और सिर्फ पुलिस प्रशासन ही कर सकता है।
उन्होंने डीजीपी से मांग की कि अधीनस्थों को निर्देशित करें कि वह नशे के बड़े सप्लायर और डिस्ट्रीब्यूटर्स को कानून के फंदे में जकड़ने का काम करें। ज्ञापन देने वालो मे शीश पाल बिष्ट प्रवक्ता प्रदेश कांग्रेस कमेटी, इकबाल सिदक्की,राजेश पीटर,हरनाम सिंह,रितेश जोशी आदि लोग मौजूद थे।