देहरादून। जनपद पौड़ी मे बाघ का आतंक जारी है। रिखनीखाल के डाली गाँव मे बुजुर्ग राज मिस्त्री को मौत के घाट उतारने के 4 दिन बाद बाघ ने 30 किमी दूर नैनीडांडा ब्लॉक के सिमली गांव में एक सेवानिवृत्त शिक्षक को निवाला बना दिया। घटना के बाद क्षेत्र मे दहशत का माहौल है।
बताया जाता है कि रिटायर्ड शिक्षक 72 वर्षीय रणवीर सिंह गांव में अकेले थे। उनके बच्चे बाहर रहते हैं और पत्नी भी बच्चों के पास गई थी। बताया जाता है कि वह शनिवार को लकड़ी बीनने गए थे। पास ही उनकी बागवानी भी है। इस दौरान बाघ ने उन पर हमला कर दिया। शनिवार दोपहर से जब वह नही दिखे तो लोगों ने उनकी ढूंढ खोज की, लेकिन पता नही चला। रविवार को दोपहर मे घर से 30 मीटर दूर उनका अधखाया शव बरामद हुआ।
शव उठाने पर आक्रामक हो गया बाघ
ग्रामीणों ने जब शव बरामद किया और पास ही नाले के पास शव रखा तो आक्रामक बाघ झाड़ियो से शव के पास धमक गया। शोर शराबे के बाद वह भाग गया। स्थानीय कुलदीप सिंह रावत ने कहा कि बाघ निडर और आक्रामक है और आज लोग सतर्क न होते तो वह फिर किसी घटना को अंजाम दे देता।
शाम ढलते ही गाँवों मे पता सन्नाटा
यह गांव कालागढ़ टाइगर रिजर्व वन प्रभाग के निकट है। वन विभाग ने क्षेत्र मे गश्ती दल तैनात करने का दावा किया है। लेकिन जिस तरह से घटनाएं बढ़ रही है उससे लोग दहशत मे है। सामाजिक कार्यकर्ता प्रभुपाल सिंह का कहना है कि गाँवों मे साँझ ढलते ही सन्नाटा पसर रहा है। लोग कहीं भी हर समय समूह मे जाए तो ऐसा संभव नही है।