देहरादून। चारधाम यात्रा शुरू होने से पूर्व श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बुधवार को हरिद्वार पहुंच कर सफल व निर्विघ्न यात्रा के लिए संतों का आशीर्वाद लिया। उन्होंने संतों को बीकेटीसी द्वारा यात्रा की तैयारियों को लेकर किये जा रहे प्रयासों की भी जानकारी दी। संतों ने बीकेटीसी द्वारा दर्शन व्यवस्था व मंदिरों के प्रबंधन कार्य में किए जा रहे सुधारों की सराहना की।
बीकेटीसी अध्यक्ष ने आज पूर्वाह्न सबसे पहले हरिहर आश्रम पहुंच कर जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी से भेंट की। उसके पश्चात निरंजनी अखाड़े के सचिव व अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी से उनके आश्रम में मुलाकात की। अजेंद्र ने दक्षिण काली मंदिर पहुंच कर दक्षिण काली पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद महाराज से भी भेंट की।
संतों से भेंट के दौरान बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र ने उन्हें यात्रा की तैयारियों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बीकेटीसी श्रद्धालुओं व तीर्थ यात्रियों को सुगम व सरल दर्शन व्यवस्था कराने को प्रतिबद्ध है। दर्शनों में होने वाली अव्यवस्थाओं को रोकने के लिए कई उपाय किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि यात्राकाल में भारी संख्या में विशिष्ट व अति विशिष्ट व्यक्ति केदारनाथ व बदरीनाथ के दर्शनों के लिए पहुंचते हैं। बीकेटीसी इन विशिष्ट महानुभावों को प्राथमिकता पर दर्शन कराती है और उन्हें प्रसाद भी देती है। मगर अभी तक उनसे किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाता है, जबकि देश के प्रमुख मंदिरों में उनसे कुछ न कुछ शुल्क लिया जाता है। इसी तर्ज पर बीकेटीसी भी इस वर्ष से ऐसे विशिष्ट व्यक्तियों से तीन सौ रूपये प्रति व्यक्ति शुल्क लेगी।
अजेंद्र ने यह भी बताया कि बीकेटीसी द्वारा मंदिरों में दान-चढ़ावे गिनती की व्यवस्था को पारदर्शी बनाया जा रहा है। इसके लिए सीसीटीवी कैमरे युक्त ग्लास हॉउस निर्मित किया जा रहा है। मंदिर समिति के कार्मिकों को ड्रेस के साथ पहचान पत्र अनिवार्य रूप से लटकाना होगा। उन्होंने केदारनाथ व बदरीनाथ धाम में मास्टर प्लान के तहत चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों के बारे में भी संतों को जानकारी दी। उन्होंने कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मार्गदर्शन में दोनों धामों को दिव्य व भव्य स्वरूप देने के लिए तेजी से कार्य चल रहा है।
संतों ने बीकेटीसी द्वारा व्यवस्थाओं में किये जा रहे सुधारों की सराहना की। संतों ने उम्मीद जताई कि बीकेटीसी देश-विदेश से पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को सुगम व सरल दर्शन कराने के लिए निरंतर प्रयत्नशील रहेगी।