रिखणीखाल। ( प्रभुपाल सिंह) अंकिता भंडारी व स्थानीय 25 वर्षीय नवयुवक रामपाल उर्फ कालू निवासी कालिन्कौ की हत्या के दोषियों को सजा दिलाने की मांग को लेकर आज रिखणीखाल के पैनो घाटी मे प्रखंड के तमाम जनप्रतिनिधि,समाज सेवी, बुद्धिजीवी,महिलाएं,नवयुवक व नवयुवतियो ने कोटडीसैण बाजार में पदयात्रा कर एक विशाल रैली निकाली।
रैली में लोग पूर्व ब्लॉक प्रमुख रिखणीखाल पिंकी नेगी,महिला कांग्रेस प्रदेश महामंत्री रंजना रावत के नेतृत्व में पैनो घाटी,मंदाल घाटी,इडियाकोट रिखणीखाल के गाँवो व कोटडीसैण के व्यापारियों ने शिरकत की। आक्रोशित लोगों का कहना था कि अंकिता के असली हत्यारों तक पहुचना जरूरी है। अब तक की जांच मे हत्या का मकसद साफ होने के वावजूद असली गुनाहगारों को बचाया जा रहा है।
क्या है कालू हत्याकांड
रिखणीखाल का चर्चित रामपाल उर्फ कालू हत्याकांड चार माह पूर्ण होने और दो थानों के चक्कर काटने के बाद भी रामपाल उर्फ कालू के मर्डर का खुलासा व पर्दाफाश नहीं हो सका। रामपाल उर्फ कालू गरीब व बेसहारा परिवार से ताल्लुक रखता है।
रामपाल उर्फ कालू पुत्र कृपाल सिंह नेगी ग्राम कालिन्कौ,पोस्ट नौदानू की हत्या 3 जून को हुई थी तथा दो दिन बाद जवाडी रौल की नहर में उसकी लाश क्षत- विक्षत अवस्था में मिली। हत्या की प्राथमिक सूचना रिपोर्ट थाना रिखणीखाल में करा दी गयी थी। एफआइआर दर्ज कराने के लिए भी लोगों को धरना-प्रदर्शन व पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड की शरण लेने की आवश्यकता पड़ीं। महीने गुजरने तक जांच नहीं हुई तो लोगों ने डीजीपी अशोक कुमार से शिकायत की और जांच थाना श्रीनगर गढ़वाल को स्थान्तरित हो गई। लेकिन अब श्रीनगर से भी वही लेटलतीफी और विलंब किया जा रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि हत्यारे खुले आम क्षेत्र में घूम रहे हैं। उनकी धरपकड नहीं हो पा रही है। मित्र पुलिस उनको पकड़ने का साहस व दृढ इच्छाशक्ति नहीं दिखा पा रही है। रामपाल उर्फ कालू गरीब घराने से है उसके परिवार की इतनी पहुंच नहीं है कि वे बार बार थाना चौकी के चक्कर काट सके।
स्थानीय लोगों ने एकत्रित होकर रैली निकालकर तहसीलदार रिखणीखाल के माध्यम से राज्यपाल को प्रेषित ज्ञापन मे मांग की कि अंकिता भंडारी के हत्यारों को फांसी हो तथा रामपाल उर्फ कालू के हत्यारों की शीघ्र धरपकड की जाये जिससे क्षेत्र में ऐसे लोगों से छुटकारा पाकर शान्ति का वातावरण बना रहे।
आज की रैली में रिखणीखाल कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष व प्रधान प्रमोद रावत,अजयपाल सिंह रावत,रविन्द्र रावत,धनवीर नेगी,उर्मिला नेगी,मनोज रावत,अनिल कुमार सिंह रावत,रिखणीखाल प्रधान संघ अध्यक्ष रघुवीर पटवाल,मोहित कुमार सहित अनेकों पुरूष,महिलायें,नवयुवक व युवतियाँ नजर आये। कोटडीसैण का व्यापारिक वर्ग भी बढ़चढ़कर अपनी दुकानें व संस्थान बन्द कर शामिल थे।