40 लाख की साइबर ठगी करने वाली महिला को एसटीएफ ने दबोचा

देहरादून। एसटीएफ ने 40 लाख की साइबर ठगी करने वाली महिला को ऋषिकेश के श्यामपुर क्षेत्र से से गिरफ्तार किया है। आरोपी महिला अंतरराज्यीय साइबर ठगी गिरोह के एक सक्रिय सदस्य है और फर्जी व्हाट्सएप प्रोफाइल व अंतरराष्ट्रीय मोबाइल नंबरों का ठगी मे उपयोग करती थी।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ नवनीत सिंह ने बताया कि एक प्रकरण देहरादून निवासी पीड़िता द्वारा मई 2025 में दर्ज कराया गया था। पीड़िता को व्हाट्सएप पर अमेरिका के नंबर से कॉल कर एक महिला ने स्वयं को सरकारी एजेंसी की अधिकारी बताया। व्हाट्सएप पर फर्जी प्रोफाइल के माध्यम से विश्वास जीतकर पीड़िता को गोल्ड का बिजनेस शुरू करने हेतु रा मैटेरियल खरिदने के नाम पर उससे बार-बार धनराशि स्थानांतरित करवाई गई। पूरे अपराध में अंतरराष्ट्रीय व्हाट्सएप नंबर, फर्जी पहचान, और तकनीकी माध्यमों का उपयोग कर मानसिक रूप से पीड़ित पर नियंत्रण बनाया गया। पीड़िता को इस बात का आभास भी नहीं हुआ कि वह एक सुनियोजित साइबर ठगी का शिकार बन रही है।

साईबर क्राईम पुलिस द्वारा घटना में प्रयुक्त बैंक खातों/ रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बरों / व्हाट्सअप की जानकारी हेतु सम्बन्धित बैंकों, सर्विस प्रदाता कम्पनियों, मेटा कम्पनी से पत्राचार कर डेटा प्राप्त किया गया। आरोपी महिला की पहचान रमनदीप कौर पुत्री दलजीत सिंह, सराली कलां, जिला तरण तारण, पंजाब के रूप में की गई जो फर्जी व्हाट्सएप प्रोफाइल व अंतरराष्ट्रीय मोबाइल नंबरों उपयोग कर लाखों की साइबर ठगी को अंजाम देने के लिए अलग-अलग नामों से व्हाट्सएप प्रोफाइल व इंटरनेशनल नंबरों का इस्तेमाल किया जाता था। आरोपी महिला रमनदीप कौर पुत्री दलजीत सिंह को ऋषिकेश के श्यामपुर क्षेत्र, देहरादून (उत्तराखंड) से गिरफ्तार किया गया।

आरोपी महिला ने पीडिता को व्हाट्सएप पर अमेरिका के नंबर से कॉल कर महिला ने स्वयं को सरकारी एजेंसी की अधिकारी बताया। व्हाट्सएप पर फर्जी प्रोफाइल के माध्यम से विश्वास जीतकर पीड़ित को गोल्ड का बिजनेस शुरू करने हेतु रा मैटेरियल खरिदने के नाम पर उससे बार-बार धनराशि स्थानांतरित करवाई पूरे अपराध में अंतरराष्ट्रीय व्हाट्सएप नंबर, फर्जी पहचान, और तकनीकी माध्यमों का उपयोग कर मानसिक रूप से पीड़ित पर नियंत्रण बनाया गया। पीड़िता को इस बात का आभास भी नहीं हुआ कि वह एक सुनियोजित साइबर ठगी का शिकार बन रही है।

प्रारम्भिक पूछताछ में अभियुक्ता ने साईबर अपराध हेतु जिस बैंक खातों का प्रयोग किया गया है उसमें मात्र 1-2 माह में ही लाखों रूपयों का लेन-देन होना प्रकाश में आया है । जाँच में यह भी प्रकाश में आया है कि आरोपी के बैंक खाते के विरुद्ध देश के कई राज्यों में कुल 04 साईबर अपराधों की शिकायतें दर्ज हैं ।

बरामदगी

1. 02 मोबाइल फोन जिनमें अलग-अलग व्हाट्सएप अकाउंट्स एक्टिव थे।
2. 02 फर्जी सिम कार्ड।
3. 03 डेबिट कार्ड्स
4. पासबुक व अन्य तकनीकी साक्ष्य

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