देहरादून। प्रमुख वन संरक्षक हॉफ धनंजय मोहन के स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने के बाद समीर सिन्हा को नये फॉरेस्ट चीफ की जिम्मेदारी दी गई है। शासन ने भी उनकी स्वैच्छिक सेवा निवृत्ति के आवेदन को स्वीकार कर लिया है।
प्रमुख वन संरक्षक धनंजय मोहन ने मई 2024 में जिम्मेदारी संभाली थी। वह अगस्त 2025 में सेवानिवृत हो रहे थे।
धनंजय मोहन के बाद वरिष्ठता क्रम मे समीर सिन्हा पहले नंबर पर थे। धनंजय मोहन जहां 1988 बैच के तो समीर सिन्हा 1990 बैच के आईएफएस अधिकारी हैं। समीर सिन्हा को campa के साथ प्रमुख वन संरक्षक हॉफ की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है।
धनंजय मोहन के वीआरएस लेने के निर्णय को लेकर तमाम चर्चाएं हैं। हालांकि धनंजय मोहन ने स्वैच्छिक सेवानिवृति के पीछे पारिवारिक कारणों को वजह बताया है। लेकिन इसके पीछे कुछ विभागीय राजनीति को भी वजह माना जा रहा है। विभाग मे साढ़े 4 साल मे 7 हाफ बदले जा चुके हैं।