देहरादून। उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग के पेपर लीक मामले मे एसटीएफ ने धामपुर निवासी जूनियर इंजीनियर ललित राज शर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है। इससे नकल माफिया का यूपी कनेक्शन पुख्ता हो गया है।
एसटीएफ की कड़ी पूछताछ मे आरोपी जेई ने की राज उगले। पूछताछ मे उसने बताया उसके धामपुर स्थित फ्लैट पर दो दर्जन से ज्यादा छात्रों ने परीक्षा से पहली रात पेपर लीक के प्रश्न को किया सॉल्व किया था। नकल के इस अड्डे पर उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के लोग हुए थे इकट्ठा हुए थे। ललित राज से मिले इनपुट के आधार पर एसटीएफ टीम दूसरे प्रांतों के लिए रवाना हो गयी है। एसटीएफ ने मामले मे अब तक 20 वीं गिरफ़्तारी की है। नकल माफिया के खिलाफ कड़िया जोड़ रही एसटीएफ अब बड़े सफेदपोशो की ओर भी रुख कर सकती है।
हाकम की गिरफ़्तारी के वक़्त मददगारो पर रहस्य
मामले मे अब तक एक अहम किरदार बनकर सामने आये हाकम सिंह के विदेश दौरे से लौटने के बाद उसे मदद पहुचाने के मामले मे रहस्य बना हुआ है। हाकम दिल्ली एयरपोर्ट से हिमाचल के अराकोट तक कैसे पहुचा और उसे यहाँ तक पहुचाने मे किसने मदद की अभी यह सवाल बना हुआ है। बताया जाता है कि इसमे कुछ सफेदपोश भी हो सकते है। यहाँ तक पहुचाने मे किस वाहन से पहुचा और उसे क्यो चेक नही किया गया यह सवाल बन हुआ है। हालांकि एसटीएफ अब तक की जांच मे सतर्कता से नकलचियो के ताने बाने को तोड़ती नजर आ रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी भी किसी भी आरोपी को न बख्शने का खुला ऐलान कर चुके है। ऐसे मे माना जा रहा है कि आरोपी शायद ही किसी रसूख का इस्तेमाल कर पाये। नकल का मुख्य केन्द्र उत्तरकाशी जनपद रहा है, इसलिए अभी वहां से कुछ और लोग शिकंजे मे आ सकते है। एक इंजीनियर दम्पति और विधायक का भाई भी संदेह के दायरे मे है।