देहरादून। आवादा फाउंडेशन के तत्वाधान मे चलाएँ जा रहे उत्कृष्ट शिक्षा अभियान के तहत दून इंटर नेशनल स्कूल की प्रधानाचार्या डॉ तनुजा पोखरियाल ने भारतीय दर्शन के प्रसंगों का उदाहरण देते हुए कहा कि मनुष्य के जीवन मे जितने ऋण है वह अपने अच्छे कार्यो की बदौलत उनसे मुक्त हो सकता है। उन्होंने कहा की माता पिता और समाज के ऋण के अलावा मनुष्य प्रकृति के ऋण से भी बंधा होता है और इससे मुक्ति के बाद ही निर्वाण का मार्ग प्रशस्त होता है।
कार्यक्रम मे मोटिवेशनल स्पीकर डॉ अरुण भारद्वाज ने कहा कि जीवन मे आगे बढ़ने के लिए सकारातमक सोच जरूरी है। अच्छी सोच और बोल हमारे जीवन मे निरंतर प्रगति के द्वार खोलती है। इस मौक़े पर स्कूल के छात्र और छात्राओ ने भी विचार रखे। ऋषिकेश के 10 स्कूलो मे आयोजित कार्यक्रम का संचालन फाउंडेशन की उत्तर भारत की प्रमुख और ट्रस्टी रितु पटवारी ने किया। ऋषिकेश के भरत मंदिर इंटर कॉलेज, निर्मलदीप माला पगरनी पब्लिक स्कूल, सरस्वती विद्या मंदिर आवास विकास, ऋषिकेश पब्लिक स्कूल, सरस्वती विधा मंदिर दिल्ली पब्लिक स्कूल में भी कार्यक्रम आयोजित किये गए। कार्यक्रम मेअवादा फाउंडेशन की कॉर्डिनेटर डॉक्टर छवि अंकिता भी मौजूद थी।