लखनऊ(चन्द्रपाल सिंह चन्द)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित दस दिवसीय उत्तराखण्ड महोत्सव के तीसरे दिन हजारों की संख्या में मौजूद लोगों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का जमकर आनंद लिया। वहीं उत्तराखंड के विशुद्ध जैविक उत्पादों के स्टालों में लोगों ने जमकर खरीददारी कर उत्तराखंडी ब्यंजनों का भी जायका लिया।
सोमवार को उत्तराखंड महोत्सव का बतौर मुख्य अतिथि मेजर जनरल शरद बिक्रम सिंह प्रबन्ध निदेशक उत्तर प्रदेश पूर्व सैनिक कल्याण निगम लिमिटेड तथा विशिष्ट अतिथि कर्नल सतेन्द्र सिंह नेगी द्वारा दीप प्रज्वलन कर शुभारम्भ किया गया। महापरिषद के पदाधिकारियों द्वारा अतिथियों को पुष्पगुच्छ, अंगवस्त्र व प्रतीक चिन्ह भेंट कर स्वागत किया गया। महापरिषद द्वारा इस दौरान पूर्व सैनिकों को भी सम्मानित किया गया।
गोमा तट स्थित पं. गोविन्द बल्लभ पंत पर्वतीय सांस्कृतिक उपवन में आयोजित उत्तराखण्ड महोत्सव में भारतीय लोक संस्कृति की परम्पराओं, लोक कलाओं एवं लोक विधाओं का संगम दिखाई दिया। महोत्सव में प्रतिदिन उधान्चल कला केन्द्र अल्मोड़ा के कलाकारों द्वारा सुन्दर छोलिया नृत्य प्रस्तुत किया जा रहा है।
महोत्सव में डांस उत्तराखंड डांस व एकल नृत्य प्रतियोगिता आयोजित हुई। इस दौरान महिला कवि सम्मेलन में प्रीति एम शाह, दीक्षा पाण्डेय, सोनम जायसवाल, प्रियंका, डा. करूणा पाण्डे व पूनम कनवाल सहित अन्य कवियत्रियों ने अपने काव्यपाठों से दर्शकों को गुदगुदाते हुए उनका ध्यान गम्भीर मुद्दो की ओर आकर्षित भी किया। वहीँ प्रकृति नमन विषय पर रोचक वाद -विवाद प्रतियोगिता में दस छात्राओं द्वारा प्रतिभाग किया गया। झोड़ा के पांच दलों में शामिल महिलाओं द्वारा पारम्परिक वेशभूषा में सुन्दर झोड़ो की प्रस्तुतियाँ देकर उत्तराखण्ड की लोक कला से जन समूह का परिचय कराया गया।
श्रेया संगीत संस्थान, लखनऊ द्वारा नृत्य की मनमोहक प्रस्तुतियां दी गयीं। वहीं, संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग से प्रदीप सिंह भदौरिया के नेतृत्व में झॉसी से आये मेहमान कलाकारों के द्वारा बुन्देली राई नृत्य की प्रस्तुति दी गयी।
महोत्सव में लगे स्टालों में लोग उत्तराखंडी ब्यंजनों का जमकर लुफ्त उठा रहे हैं वहीं विशुद्ध पहाड़ी उत्पादों की खरीददारी करने से नहीं चूक रहे हैं। कुमाऊँ ज्वैलर्स द्वारा मनमोहक उत्तराखण्डी ज्वैलरी सजाई गई है। जिसमें नये व पुराने डिजाइन के गुलाबन्द, नथ, पौजी, मांग टीका, मंगल सूत्र, ऐपण रंगवाली पिछौड़ी महिलाओं को काफी भा रही हैं। केके हास्पिटल द्वारा अपने स्टाल पर निःशुल्क मेडिकल चेकअप तथा दवाओं का वितरण किया जा रहा है।
महोत्सव को सफल बनाने में केएस चुफाल, महेश रौतेला, मदन सिंह, भुवन पटवाल, भुवन चन्द्र पाठक, अवधेश कोठारी, पूरन भदौला, सुरेश पाण्डेय, पंकज खर्कवाल, पूरन जोशी, देव सिंह घुघतियाल, केसर सिंह रावत, राजेन्द्र सिंह बिष्ट, मोहन पंत, अशोक असवाल, रमेश चन्द्र सिंह अधिकारी, सुनील कुमार उप्रेती वलक्ष्मण सिंह मर्तोलिया सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने सहयोग किया।