उत्तराखंड को संवारने की हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी : योगी
लखनऊ(चन्द्रपाल सिंह चन्द)। उत्तर प्रदेश की राजघानी लखनऊ में उत्तराखंड महापरिषद द्वारा आयोजित उत्तराखंड महोत्सव का मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ द्वारा दीप प्रज्जवलित कर उद्घाटन किया गया। उद्धघाटन समारोह के दौरान कलाकारों द्वारा राजजात यात्रा, छोलिया व झोड़ा नृत्य प्रस्तुत किया गया। इस दौरान मुख्य अतिथि सीएम योगी द्वारा ‘‘मैती’’ आन्दोलन के प्रणेता पद्मश्री डा. कल्याण सिंह रावत को पर्यावरण के संरक्षण में अद्वितीय कार्य करने के लिए उत्तराखण्ड गौरव सम्मान से नवाजा गया। वहीं, उत्तराखंड महापरिषद की उत्तराखण्ड दर्पण स्मारिका-2024 का सीएम योगी द्वारा विमोचन किया गया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि मेयर सुषमा खर्कवाल की गरिमामयी उपस्थिति रहीं।
शनिवार को लखनऊ के गोमती तट, पं. गोविन्द बल्लभ पंत पर्वतीय सांस्कृतिक उपवन, बीरबल साहनी मार्ग में आयोजित उत्तराखंड महोत्सव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सीएम योगी के पहुंचने पर उत्तराखण्ड से आये पारम्परिक छोलिया दल द्वारा भव्य स्वागत किया गया। सीएम योगी द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। परिषद के अध्यक्ष हरीश चन्द्र पंत व महासचिव भरत सिंह बिष्ट ने मुख्य अतिथि सीएम योगी का पुष्पगुच्छ, अंगवस्त्र एवं प्रतीक चिन्ह देकर अभिनन्दन किया। सीएम योगी द्वारा अपने सम्बोधन में उत्तराखंड महापरिषद द्वारा आयोजित इस भव्य आयोजन को काफी सराहा गया। उन्होंने प्रवासी उत्तराखण्डियो को उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस पर बधाई देते हुए कहा कि वह अपने गांव घरों से जुडाव बनाये रखें। उन्होंने कहा कि हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी उत्तराखण्ड को संवारने की है। उन्होंने कहा कि हम सभी को अपनी सांस्कृतिक परम्पराओं पर गौरव की अनुभूति होनी चाहिए। आज के दिन राम मन्दिर के निर्माण का रास्ता खुला था। इसलिए हमारे लिए आज का दिवस धार्मिक आस्था का पर्व भी है। इसका हम सभी भारतवासियो को गौरव करना चाहिए। सीएम योगी ने कहा हमें सभी को अपनी लोक परम्पराओं को संरक्षण एवं संवर्धन के लिए पूरे मन से प्रयास करना चाहिए। उत्तराखण्ड महापरिषद अपनी सांस्कृतिक विरासत को सहेजने के लिए जिस मनोयोग से प्रयास कर रही है, वह प्रशंसनीय है। सभी को आपसी एकता को भी सहेजकर रखना है।
सीएम योगी द्वारा इस मौके पर ‘मैती’’ आन्दोलन के प्रणेता पद्मश्री डा. कल्याण सिंह रावत को पर्यावरण के संरक्षण में अद्वितीय कार्य करने के लिए उत्तराखंड महापरिषद द्वारा दिए जाने वाले उत्तराखण्ड गौरव सम्मान से नवाजा गया। उन्होंने महापरिषद की
स्मारिका उत्तराखंड दर्पण 2024 का भी विमोचन किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पद्श्री डा. कल्याण सिंह जी ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण मानव के भविष्य की जरूरत है।तथा उत्तराखण्ड के बुग्याल मानव की जीवन रेखा हैं। जिनका हमें ईमानदारी से संरक्षण व संवर्धन करना चाहिए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो. रीता बहुगुणा द्वारा की गयी। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड महापरिषद के समस्त पदाधिकारी अपनी लोक कला की सेवा के लिए बड़े मनोयोग व समर्पण की भावना से कार्य कर रहे हैं।
कार्यक्रम के दौरान उत्तराखण्ड से पहुंचे पारम्परिक छोलिया दल द्वारा सीएम योगी का भव्य स्वागत किया गया। पंडाल में पहुँचने पर आर्ट्स एण्ड कल्चर टीम कल्याणपुर की बालिकाओं द्वारा मनमोहक पारम्परिक छोलिया नृत्य की प्रस्तुति दी गयी। सम्मान समारोह एवं उद्बोधन के उपरान्त उत्तराखण्ड रंगमण्डल द्वारा विहंगम नन्दा राजजात यात्रा की प्रस्तुति दी गयी।
उत्तराखण्ड महापरिषद का लोकप्रिय कार्यक्रम डांस उत्तराखण्ड डांस के स्थानीय कलाकारों द्वारा सुन्दर प्रस्तुति दी गई। जिसे देखकर अपार जन समूह आनन्द में झूम उठा। डांस उत्तराखण्ड डास में छपेली के नये प्रयोग एवं कार्यक्रम को दर्शकों ने खूब सराहा लिया। डा. श्रेया संगीत संस्थान लखनऊ के कलाकारों द्वारा शानदार श्री राम स्तुति, कजरी, बिहू नृत्य की मनमोहक प्रस्तुतियाँ दी गई। संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा थारू कला जनजाति सांस्कृतिक समिति खटीमा के कलाकारों द्वारा थारू नृत्य, झिझि नृत्य, होली नृत्य, डन्ना नृत्य एवं घसियारी नृत्य की सुन्दर प्रस्तुतियां दी गयी। जिसे उपस्थित दर्शकों द्वारा काफी सराहा गया। डांस उत्तराखण्ड डांस में उपस्थित चार टीमों रामलीला समिति तेलीबाग, वीणा वरदायनी डांस एण्ड म्यूजिकल अकादमी, सांस्कृतिक दल गोमती नगर एवं नया सवेरा नीलमथा के कलाकारों द्वारा अपनी रंगारंग प्रस्तुतियां दी गयी।