गढ़वाल और कुमाऊं साहित्य पर नेशनल बुक ट्रस्ट इंडिया करेगा 20 पुस्तकों का प्रकाशन: निशंक – News Debate

गढ़वाल और कुमाऊं साहित्य पर नेशनल बुक ट्रस्ट इंडिया करेगा 20 पुस्तकों का प्रकाशन: निशंक

25 दिसंबर को अटल जन्म शताब्दी व्याख्यानमाला का आयोजन करेगा स्पर्श हिमालय फाउंडेशन

हर वर्ष आयोजित होंगे राज्य, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय उत्सव, तीन शिखर सम्मान

देहरादून। पूर्व सीएम और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि लेखक गांव थानों मे आयोजित स्पर्श हिमालय महोत्सव के सुखद परिणाम अब सामने आने लगे हैं। उन्होंने कहा कि नेशनल बुक ट्रस्ट इंडिया गढ़वाल और कुमाऊं के साहित्य पर 20 पुस्तकों का प्रकाशन करेगा। इसके अलावा स्पर्श हिमालय फाउंडेशन हर वर्ष राज्य, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उत्सव आयोजित किये जायेंगे। इसमें शिखर सम्मान भी दिये जायेंगे।

पत्रकारों से वार्ता करते हुए डॉ निशंक ने कहा कि 20 वरिष्ठ गढ़वाली और कुमाऊंनी लेखकों के अनुवादन के बाद अब इन सभी पुस्तकों का प्रकाशन नेशनल बुक ट्रस्ट पब्लिकेशन इंडिया से होगा। यह एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि लेखक गांव का सृजन पूर्व पीएम स्वर्गीय अटल बिहारी की प्रेरणा से हुआ है। वह लेखकों के आर्थिक पक्ष से दुखी थे। 25 दिसंबर को अटल व्याख्यानमाला का आयोजन लेखक गाँव मे आयोजित किया जायेगा।

उन्होंने कहा कि महोत्सव मे देश और विदेशों के साहित्य, संस्कृति, कला और विज्ञान क्षेत्र से जुड़े अनेक लोगों ने प्रतिभाग किया। पहले दो दिन गढ़वाली, कुमाऊंनी और जौनसारी बोली-भाषा के लेखकों की कार्यशाला और भाषा विमर्श के साथ-साथ कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। साथ ही अनेकों क्षेत्रीय बोली-भाषा की पुस्तकों का विमोचन किया गया। महोत्सव मे 40 देशों के वरिष्ठ साहित्यकारों ने भागीदारी की तथा 65 से अधिक देशों के साहित्यकार वर्चुअल रूप से जुड़े। वहीं भारत के सभी राज्यों से आए 500 से अधिक लेखकों, विचारकों, चिंतकों और वैज्ञानिकों ने भागीदारी कर आयोजन को अद्भुत एवं अविस्मरणीय बनाया है। यह ऐतिहासिक गांव लेखकों के तीर्थ के रूप में स्थापित हो गया है।

डॉ निशंक ने कहा कि इस कार्यक्रम में 22 सत्र आयोजित किए गए। लेखक गांव में 12 लेखक कुटी, ऑडिटोरियम, लेखक अतिथि गृह, नक्षत्र वाटिका, नव ग्रह वाटिका, संजीवनी वाटिका होगी और यह रचनाकारों का गंतव्य बनेगा। इसके अलावा पुस्तकालय भी है जिसमे एक लाख पुस्तकें होंगी। उन्होंने कहा कि लेखकों के बेहतर वातावरण मुहैया कराया जायेगा जिससे वह अपनी रचनाओं को मूर्त रूप दे सकें।

प्रेस वार्ता मे डॉ सविता मोहन, विदुषी पोखरियाल, पद्म श्री डॉ आर के जैन तथा डॉ राजेश नैथानी मौजूद थे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *