देहरादून। पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने चार धाम यात्रा अव्यवस्थाओं पर सवाल उठाते हुए सिस्टम का फेल होना बताया है। शोसल मीडिया मे वायरल एक बयान मे पूर्व सीएम ने कहा कि चुनाव मे कुछ फोर्स लगती है, लेकिन राज्य मे चुनाव 19 अप्रैल को समाप्त हो गया फिर यह स्थिति क्यों बन रही है। उन्होंने कहा कि प्रशानिक तंत्र और अधिकारी झूठ बोल रहे हैं तथा बेवकूफ बना रहे हैं।
यात्रा अव्यवस्था के आरोपों की पूर्व सीएम ने की पुष्टि:बिष्ट
दूसरी ओर त्रिवेंद्र के बयान के बाद कांग्रेस ने मुद्दे को लपक लिया। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट ने बयान जारी करते हुए कहा कि चार धाम यात्रा में अव्यवस्थाएं लगातार जारी हैं और श्रद्धालुओं को लगातार रहने, खाने , दर्शनों और यातायात की दिक्कत हो रही हैं। जगह जगह जाम की स्थिति हैं ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन ना होने के कारण हजारों श्रद्धालु ऋषिकेश और हरिद्वार में रुके हुए हैं जिस कारण उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि आज भाजपा सरकार के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने भी स्वयं विपक्ष के आरोपों की पुष्टि करते हुए स्वीकार किया कि चार धाम यात्रा में अव्यवस्थाओं के लिए प्रदेश की नौकरशाही एवं सिस्टम जिम्मेदार है। अधिकारी अपनी विफलता और नाकामी को छुपाने के लिए लोकसभा चुनाव में व्यस्तता को कारण बता रहे है जो सरासर समझ से परे हैं । उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री ने साफ कहा है कि चारधाम यात्रा तो 10 मई को शुरू हुई जबकि उत्तराखंड में चुनाव 19 अप्रैल को ही समाप्त हो गये थे फिर चार धाम यात्रा की तैयारियां अधिकारियों ने गंभीरता से क्यों पूरी नहीं की। अधिकारी अपनी लापरवाही का ठीकरा चुनाव पर फोड़ रहें हैं जो सरासर गलत हैं।
बिष्ट ने कहा कि त्रिवेन्द्र सिंह रावत भाजपा सरकार के ही मुख्यमंत्री रहे हैं। उन्होंने देर से ही सही अपनी सरकार और सिस्टम की लापरवाही व नाकामी को चार धाम यात्रा में आये हुए श्रद्धालुओं को हो रही परेशानी का कारण माना। सरकार यात्रा में अव्यवस्थाओं को लेकर छवि बिगाड़ने वालों पर कार्यवाही की बात कर रही है तो अब वह पूर्व सीएम के कथन को किस तरह मानती है। पूर्व मुख्यमंत्री चारधाम यात्रा पर व्यवस्थाओं को लेकर अफसर शाही व प्रशासनिक लापरवाही पर सवाल खडें कर रहे हैं तो क्या भाजपा सरकार उनके खिलाफ भी कार्रवाई करेंगी। या चार धाम यात्रा में अव्यवस्थाओं पर अपनी लापरवाही व गलती को स्वीकार करेगी।
विपक्ष लगातार 4 महीने से सरकार को चार धाम यात्रा में व्यवस्थाओं को लेकर जगाने का काम कर रहा था मगर सरकार ने विपक्ष के आरोपी को गंभीरता से नहीं लिया जिस कारण श्रद्धालुओं को परेशानी हो रही है और पूरे देश में प्रदेश की छवि खराब हो रही है इसकी सीधी सीधी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार और पर्यटन विभाग की है।
बिष्ट ने कहा कि चार धाम यात्रा में हो रही व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी आखिर किसकी है? मुख्यमंत्री को जनता को यह भी बताना चाहिए कि पर्यटन मंत्री की कोई जिम्मेदारी है या नहीं और व्यवस्थाओं को लेकर लापरवाही में किसी की जवाब देही तय हुई है अथवा नहीं। अगर जवाब देही तय हुई है तो उसके खिलाफ क्या कार्रवाई हुई है यह भी बताया जाना चाहिए।
कुशल प्रबंधन से संभव हुई सुगम और सुरक्षित यात्रा: भट्ट
अप्रत्याशित भीड़ उत्साहजनक, आंकड़ों के लिहाज से ऐतिहासिक
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने चार धाम यात्रा के संचालन को बेहतर बताते हुए कहा कि कुशल प्रबंधन का ही नतीजा है कि सुगम और सुरक्षित यात्रा के लिए अप्रत्याशित भीड़ उमड़ रही है।
भट्ट ने कहा कि इस वर्ष चार धाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या गत वर्ष की तुलना में लगभग दोगुनी बढ़ी है। यह उत्साह और श्रद्धा उत्तराखण्ड प्रदेश और हम सभी उत्तराखण्ड वासियों के लिए गौरव का विषय है। इस यात्रा का देश और विदेश मे महत्वपूर्ण स्थान है। आँकड़ों की दृष्टि से देखें तो इस वर्ष की यात्रा कई मायनों में ऐतिहासिक है। प्रति वर्ष यात्रियों की संख्या बढ़ती जा रही है।बढ़ती कनेक्टिविटी और आल वेदर रोड ने इस यात्रा को सुगम बनाया है।
भट्ट ने कहा कि केदारनाथ जी और बद्रीनाथ जी के धामों के विकास मे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विशेष लगाव की वजह से यात्रियों के संख्या में ऐतिहासिक वृद्धि सभी प्रदेश वासियों के लिये आत्म गौरवान्वित होने का अवसर है। धामों में चल रहे विकास कार्यों की लगातार मॉनिटरिंग मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के द्वारा लगातार की जाती है। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की आस्था के सम्मान कर सुगम और सुरक्षित यात्रा के लिए राज्य सरकार पूरी तरह समर्पित होकर कार्य कर रही है। प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस और अलग अलग विभागों के अधिकारी कर्मचारी लगातार काम कर रहे हैं। सभी के मेहनत और लगन का परिणाम है कि अप्रत्याशित भीड़ के बावजूद भी बेहतर प्रबंधन किया गया है। यात्रा के सुव्यस्थित संचालन की स्वयं मुख्यमंत्री धामी लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं और मौक़े पर जा रहे हैं। जनपद स्तर पर जहां आवश्यकता है वहाँ श्रद्धालुओं के लिए निःशुल्क भोजन और पानी सहित सभी व्यस्थायें की जा रही है। समस्त संशाधनों के प्रयोग से यात्रा को व्यवस्थित किया जा रहा है। सभी अधिकारी और कर्मचारी पूरे मनोयोग से परिश्रम कर रहे हैं और व्यवस्थित यात्रा संचालित कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष के अनुभव को देखते हुए मुख्यमंत्री ने यात्रा प्राधिकरण बनाने के निर्देश दिये हैं ताकि यात्रा का प्रबंधन और बेहतर तरीक़े दे किया जाये। सरकार ने इस दिशा में कदम आगे बढ़ा दिया है। यह प्राधिकरण न केवल चार धाम अपितु पूरे प्रदेश के लिए पर्यटन तथा तीर्थाटन दोनों तरह की यात्राओं का प्रबन्धन करेगा। यात्रा को सुव्यवस्थित चलाने के लिए सभी का सहयोग लेकर राज्य सरकार आगे बढ़ रही है। हम सभी लोगों को मिल कर इस यात्रा को सफल बनाना है। प्रदेश के लिए यह गौरवान्वित होने का समय है।