देहरादून। वसंत विहार स्थित पर्ल हाइट्स सोसायटी डकैती प्रकरण में पुलिस ने वांछित दोनों आरोपियों पर 25000- 25000₹ का इनाम घोषित कर दिया है। मामले मे शुभम त्यागी पुत्र अनुज त्यागी निवासी ग्रा0 बहेडी, थाना मन्सूरपुर, जिला मुजफ्फरनगर, उप्र तथा कपिल कुमार उर्फ रावण पुत्र निर्दोष सिंह, निवासी नियामू थाना चरथावल, जिला मुजफ्फरनगर, उप्र घटना को अंजाम देने के बाद फरार है।
गौरतलब है कि 13 अप्रैल को वसंत विहार स्थित पर्ल हाइट्स सोसायटी में विकास त्यागी के घर में हुई लूट की घटना में शामिल 3 आरोपियों को पुलिस अभी तक गिरफ्तार कर चुकी है। जबकि 2 आरोपी अभी भी फरार है। पुलिस के मुताबिक, 13 अप्रैल की दोपहर को हुई पर्ल हाइट्स सोसायटी लूटकांड का मुख्य आरोपी कपिल कुमार उर्फ रावण और शुभम त्यागी है। शुभम त्यागी पहले से ही विकास त्यागी को जानता था। कपिल आदतन अपराधी है, जिसके खिलाफ उत्तराखंड के अलग-अलग जिलों में गैंगस्टर, लूट, डकैती समेत कई संगीन अपराधों के मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस अभी तक रेकी करने वाले ओमवीर, लूट में शामिल मोहम्मद फुरकान और वसीम को गिरफ्तार कर चुकी है.
पुलिस ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों से पता चला कि कपिल कुमार उर्फ रावण ने ही उनकी मुलाकात शुभम त्यागी से कराई थी। शुभम त्यागी के पास ही विकास त्यागी की सभी जानकारी थी। शुभम ने कहा था कि अगर विकास त्यागी के घर पर लूट की घटना को अंजाम दिया जाए तो काफी माल मिल सकता है। जिस पर आरोपियों द्वारा घटना को अंजाम देने की योजना बनाई गई. इसके बाद शुभम त्यागी ने ही ओमवीर को विकास त्यागी के फ्लैट की रेकी करने का काम दिया.
पूछताछ में आरोपियों ने बताया, कपिल कुमार उर्फ रावण, मोहम्मद फुरकान और वसीम 13 अप्रैल को मुजफ्फरनगर से देहरादून पहुंचे जहां ट्रांसपोर्ट नगर में उन्हें शुभम त्यागी और ओमवीर मिले। इसके बाद कपिल, फुरकान और वसीम टैक्सी से पर्ल हाइट्स सोसायटी पहुंचे। यहां ओमवीर ने सोसायटी के गार्ड को बातों में उलझाकर तीनों को सोसायटी में दाखिल करने में मदद की। तीनों ने विकास के फ्लैट में सभी सदस्यों को बंधक बनाया और करीब 2 घंटे तक घर खंगालते रहे. इस दौरान ओमवीर और शुभम त्यागी और ओमवीर सोसायटी के बाहर रूक कर आने-जाने वाले लोगों पर नजर रखी।
घटना को अंजाम देने के बाद तीनों आरोपी विकास त्यागी के बेटे और उसके भाई का अपहरण कर उन्हें उनकी कार से सहारनपुर की ओर ले गये। उत्तराखंड का बॉर्डर पार करने के बाद बिहारीगढ़ शाकूम्बरी देवी जाने वाले मार्ग पर दोनों को धमकी देकर कार के साथ छोड़ दिया और वहां से फरार हो गए। इस दौरान आरोपी शुभम त्यागी और ओमवीर बाइक से बिहारीगढ़ तक उनके पीछे-पीछे आए। घटना में लूटे गए माल को शुभम, ओमवीर और कपिल ने अपने पास रखा, जबकि मोहम्मद फुरकान और वसीम ने कपिल कुमार से लूट के माल में से अपना हिस्सा मांगा तो कपिल ने उन्हें 1 जोड़ी कान के टॉप्स और झुमके दे दिए। जबकि बाकी माल कपिल, शुभम और ओमवीर ने अपने पास रखा।
पुलिस को सूचना मिली कि पर्ल हाइट्स सोसायटी लूट में शामिल दो आरोपी 14 अप्रैल को मुजफ्फरनगर से वापस देहरादून आ रहे हैं। इस पर पुलिस ने आरोपियों की तलाश के लिए आशारोड़ी पर संघन चेकिंग अभियान चलाया। चेकिंग के दौरान सहारनपुर की ओर से आ रही बाइक सवार को दो युवकों को रुकने का इशारा किया तो बाइक सवार दोनों सहारनपुर की तरफ भागने लगे. इस पर पुलिस ने पीछा किया और आशारोड़ी से आगे कच्चे रास्ते पर आरोपियों और पुलिस के बीच फायरिंग हुई। जिसमें मोहम्मद फुरकान के पैर पर गोली मारकर घायल किया. जबकि दूसरे आरोपी वसीम को भी कुछ दूरी पर गिरफ्तार किया। दोनों के कब्जे से लूटे गए 1 जोड़ी कान के टॉप्स और झुमके, 1 कंट्रीमेड पिस्टल, एक तमंचा और 2 जिंदा कारतूस बरामद किया है। रेकी करने वाले ओमवीर को 14 अप्रैल की सुबह ही गिरफ्तार कर चुकी है।