हल्द्वानी/देहरादून। वन भूलपुरा दंगे के आरोपियों के खिलाफ पुलिस की कार्यवाही जारी है। वहीं नैनीताल जिला प्रशासन ने हल्द्वानी शहर के 125 लोगों के 127 शस्त्र निलंबित कर दिए हैं।
जिला प्रशासन ने एसएसपी को इन सभी असलहों को पुलिस के पास जमा कराने का आदेश दिया गया है। इसके अलावा हिंसा,आगजनी और पथराव में शामिल दंगाईयों को पहचान करके उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है। पुलिस ने थाने की आगजनी में लूटे गए सरकारी कारतूस भी बरामद किए गए हैं। इस मामले में तीन एफआईआर भी दर्ज की गईं हैं।
थाना बनभूलपुरा में विगत 8 फरवरी को मलिक का बगीचा मे अवैध कब्जे के ध्वस्तीकरण हेतु चलाये गये अभियान के दौरान उपद्रवियों द्वारा पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर लाईसेंसी शस्त्रों के साथ ही घातक हथियारों से हमला किया गया। जिससे सैकडों अधिकारी एवं कर्मचारी चोटिल हो गये थे।
पुलिस दंगे के आरोपियों पर शिकंजा कसने के लिए हर तरह से दबाव बना रही है। वहीं मास्टर माइंड को विगत दिवस पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया है। दंगे के दौरान भीड़ की ओर से गोलियां चलने की बात भी पुलिस तफ्तीश मे सामने आयी है।
अपर जिला मजिस्ट्रेट फिंचाराम चौहान ने बताया कि बनभूलपुरा के स्थानीय निवासिंयो द्वारा अपने निजी लाईसेंसी शस्त्रों का दुरूपयोग कर शस्त्र लाईसेंस की शर्ताें का उल्लंघन किया गया और भविष्य में इसी प्रकार सार्वजनिक सम्पत्तियों से अतिक्रमण हटाये जाने का अभियान चलाये जाने पर उनके द्वारा लाईसेंसी शस्त्रों का दुरूपयोग किये जाने की सम्भावना के दृष्टिगत जिला मजिस्ट्रेट द्वारा शस्त्र लाईसेंस को अग्रिम आदेशों तक निलम्बित किया है।
जिला मजिस्ट्रेट ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिये कि 24 घंटे के अन्दर निलम्बित किये गये शस्त्रों एवं शस्त्र लाईसेंसोें को कब्जे मे लेना सुनिश्चित करें।