नैनीताल/देहरादून। कुमाऊँ मण्डल के हल हल्द्वानी स्थित भूलपुरा मे गुरूवार को नगर निगम द्वारा अतिक्रमण हटाने के दौरान उपद्रव हो गया। अवैध मस्जिद को गिराने गयी टीम पर हमले और टकराव के बाद दंगा भड़क गया। जिलाधिकारी ने दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिये है।
नैनीताल जिलाधिकारी ने शहर में कर्फ्यू लगा दिया है। साथ ही दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए है. वहीं मुख्य शिक्षा अधिकारी नैनीताल ने हल्द्वानी विकास खंड में कक्षा एक से 12वीं तक के सभी स्कूलों को 9 फरवरी तक सुरक्षात्मक कारणों से अनिवार्य रूप से बंद करने के आदेश दिए है।
कैसे हुई विवाद की शुरुआत
गुरुवार को प्रशासन और हल्द्वानी नगर निगम की संयुक्त टीम बनभूलपूरा थाना क्षेत्र के ‘मालिक के बगीचे’ में पहुंची, जहां टीम ने सरकारी जमीन पर बने मदरसे और नमाज स्थल को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया। प्रशासन की इस कार्रवाई का स्थानीय लोगों ने विरोध किया और उन्होंने पुलिस पर पथराव करना शुरू कर दिया।
पुलिस ने हालात पर काबू करने के लिए हल्का बल प्रयोग करते हुए आंसू गैस के गोल भी छोड़े, लेकिन मामला और अधिक भड़क गया। दंगाइयों ने पुलिस के वाहनों में भी आग लगा दी, जिससे माहौल और तनावपूर्ण हो गया। उपद्रवियों के पथराव में कई पुलिसकर्मी और पत्रकार भी इस दौरान घायल हुए है। दंगाइयों ने बनभूलपुरा थाने में भी आग लगा दी। गंभीर रूप से घायल पुलिसकर्मियों और पत्रकारों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।
सीएम ने बुलाई हाई लेवल इमर्जेंसी मीटिंग
मामले की गंभीरता को देखते हुए देहरादून में सीएम धामी ने हाई लेवल इमरजेंसी बैठक बुलाई। मुख्यमंत्री आवास में मुख्य सचिव राधा रतूडी, पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार तथा अन्य उच्चाधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की।
बैठक के बाद सीएम धामी ने कहा कि हल्द्वानी के बनभूलपुरा इलाके में प्रशासन की टीम ने कोर्ट के आदेश पर अतिक्रमण विरोध अभियान के लिए गई थी। तभी कुछ असामाजिक तत्वों का पुलिस के साथ विवाद हो गया। इस दौरान कुछ लोगों ने पुलिस पर पथराव भी किया. केंद्रीय बलों को अतिरिक्त कंपनियां हल्द्वानी भेजी गई है। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की और कहा कि आगजनी करने वाले दंगाइयों और अतिक्रमणकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। डीएम द्वारा दूरभाष पर मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि अशान्ति वाले क्षेत्र बनभूलपुरा में कर्फ्यू लगाया गया है तथा स्थिति को सामान्य बनाये रखने के लिये दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिये गये है।
वहीं निगम का कहना है कि मदरसे और नमाज वाले स्थल पूरी तरह अवैध है। तीन एकड़ जमीन पर नगर निगम ने कब्जा पूर्व में ले लिया था, लेकिन अवैध मदरसे और नमाज स्थल को सील कर दिया था और अब इसे आज ध्वस्त कर दिया गया है।
डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा कि स्थिति तनाव पूर्ण लेकिन नियंत्रण मे है। उन्होंने कहा कि अभी किसी कैजुएलिटी की सूचना नही है। कई पुलिस कर्मी घायल है। पुलिस के पास उपद्रवियों की फुटेज है और घटना मे असले भी पुलिस कर्मियों पर प्रतुक्त किये गए है। आरोपियों पर कड़ी कार्यवाही की जायेगी।