लैंसडाउन/देहरादून। प्रदेश के अधिकांश जिले हिंसक वन्य जीवों से प्रभावित है। विगत दिवस एक बच्ची उस समय बाघ के निवाला बनने से बच गयी, जब मां ने हिम्मत दिखायी और बाघ के जबड़े से मासूम को खींच लायी।
घटना जनपद पौड़ी के जयहरीखाल ब्लॉक स्थित ग्रामसभा नौगांव के बिंताला की है। ग्रामसभा नौगांव के ग्राम बिंताला में प्रिया (8 वर्ष) पुत्री पीताम्बर अपनी मां रेखा देवी के साथ घर के नीचे वाले खेत में गई थी। मां से महज 5 मीटर की दूरी पर खड़ी प्रिया पर खूंखार बाघ ने हमला करके नीचे गिरा दिया। उसी समय रेखा देवी भी जोर जोर से चिल्लाते हुए बाघ की तरफ तेजी से दौड़ी। रेखा के इतने करीब पहुंच जाने से बाघ नीचे गिरी प्रिया पर दूसरा वार नहीं कर पाया और वहां से छलांग लगाकर नीचे के खेत में दुबक गया। फिर अन्य महिलाओं ने भी शोरगुल किया तो बाघ जंगल की तरफ भाग गया। बाघ के इस झपट्टे में प्रिया को नाखूनों से मामूली खरोचें आई हैं जिसका ईलाज उप स्वास्थ्य केन्द्र असनखेत में कार्यरत डॉ. दीवान नेगी द्वारा किया गया।
घटना की सूचना मिलने पर उपजिलाधिकारी लैंसडौन शालिनी मौर्य द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण किया गया। ग्राम सभा नौगांव प्रधान मुकेश चंद्र सामाजिक कार्यकर्ता जीवानंद पहाड़ी, जनसेवा मंच के सदस्य सन्तूदास, पूर्व प्रधान चंद्रपाल रावत, आदित्य द्विवेदी, क्षेत्र पंचायत सदस्य सुनील कुमार आदि ने बिंताला क्षेत्र में अविलंब पिंजड़े लगाने की मांग वन विभाग और प्रशासन से की है। वन विभाग को उपजिलाधिकारी लैंसडौन ने आवश्यक कार्यवाई हेतु निर्देशित किया है।
ग्रामीणों ने बताया कि बाघ अभी भी गाँव के आसपास मंडरा रहा है। ऐसे मे क्षेत्र मे दहशत बनी हुई है।