देहरादून। कांग्रेस ने उत्तराखंड प्रभारी देवेंद्र यादव को हटाकर कुमारी शैलजा को कमान सौंपी है। देवेंद्र यादव को पंजाब का प्रभारी बनाया गया है।
लंबे समय से देवेंद्र यादव को उत्तराखंड के प्रभारी पद से हटाने की मांग चल रही थी। विधान सभा चुनाव मे मिली हार और टिकट वितरण के बाद वह कई क्षत्रपों के निशाने पर थे। प्रदेश अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष तथा विस मे उप नेता सदन एक ही मंडल से नियुक्त होने से भी वह सीधे तौर पर आरोपों के घेरे मे थे। वहीं पूर्व अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह उनके खिलाफ सीधे तौर पर मोर्चा खोले थे तो हरीश रावत भी उनसे नाराज थे। उन पर गुटबाजी को भी बढ़ावा देने के आरोप लगते रहे।
ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के जनरल सेक्रेटरी केसी वेणुगोपाल ने शनिवार को पत्र जारी करते हुए इसकी जानकारी दी। इससे पहले कुमारी शैलजा छत्तीसगढ़ का प्रभार संभाल रही थी।कुमारी शैलजा कांग्रेस के बड़े नेता रहे चौधरी दलवीर सिंह की बेटी हैं। सिंह भी हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष और केन्द्र में कई बार मंत्री रहे हैं। पिता की विरासत को संभालने वाली शैलजा भी सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री के पदों पर रह चुकी हैं. 24 सितंबर 1962 को जन्मीं कुमारी शैलजा की मां कलावती का जब मार्च 2012 में निधन हुआ था तब महिला होते हुए भी अंतिम संस्कार के दौरान मां को मुखाग्नि देकर शैलजा चर्चा में आई थीं।
कुमारी शैलजा बचपन से ही पढ़ने में काफी तेज़ थीं. प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली के जीसस एंड मेरी पब्लिक स्कूल और स्नातकोत्तर व एमफिल पंजाब विश्वविद्यालय से करने के बाद 1990 में महिला कांग्रेस की अध्यक्ष बनकर शैलजा ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। 1991 में वे पहली बार 10वीं लोकसभा चुनाव में हरियाणा के सिरसा लोकसभा सीट से जीतीं और नरसिम्हा राव सरकार में शिक्षा और संस्कृति राज्यमंत्री रहीं।
2017 के चुनाव में वह उत्तराखंड की स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष रही है।