देहरादून। पुलिस ने डोईवाला मे कैबिनेट मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल के भाई शीशपाल अग्रवाल के घर हुई डकैती का पुलिस खुलासा करते हुए 4 बदमाशों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से घटना में प्रयुक्त वाहन, हथियार व लूटी गयी 5 लाख की नगदी बरामद की है।
अग्रवाल के घर मे बदमाशों ने 15 अक्टूबर को चाकू और तमंचे की नोक पर घर वालों को आतंकित कर नकदी और ज्वैलरी लूट ली थी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया। हाईप्रोफाइल मामले को देखते हुए पुलिस की 12 टीमें गठित की गयी। पुलिस टीम द्वारा एक्सपर्ट टेक्निकल एविडेंस संकलन, पूर्व में प्रकाश में आये अपराधियों, विगत कुछ समय से जेल से छूटे अपराधियों/पैरोल पर रिहा अपराधियों के सम्बन्ध में जानकारी, होटल/धर्मशालाओं की चैकिंग, घटनास्थल के आस-पास के हजारों व्यक्तियों के सत्यापन तथा घटनास्थल को आने व जाने वाले सभी रास्तों के सीसीटीवी कैमरों को चैक करने के लिये अलग-2 टीमो का गठन करते हुए सभी को अलग- अलग टास्किंग दी गई ।
घर में पूर्व में कार्य करने वाले लोगों के बारे में जानकारी गोपनीय रूप एकत्र की गई तो पता चला कि महबूब ठेकेदार निवासी कुडकावाला डोईवाला, जिसने 02 वर्ष पूर्व वादी के घर पर कारपेंटर का कार्य किया गया है, वह घटना के बाद से लापता है और उसका फोन भी लगातार बंद चला आ रहा है। इस आधार पर महबूब ठेकेदार की भूमिका को संदिग्ध मानते हुए पुलिस टीम द्वारा महबूब की तलाश की गई। किंतु महबूब किसी रिस्तेदारी या परिचित के घर पर नहीं मिला।
सटीक सूचना के आधार पर घटना में महबूब पुत्र इमरान अली हाल निवासी कुडकावाला थाना डोईवाला मूल निवासी ग्राम बसेडा मुज्जफरनगर उत्तर प्रदेश मास्टरमाइन्ड मिला। यह बात सामने आई कि महबूब द्वारा वादी के घर पर करीब 02 वर्ष पूर्व अपने साथियों के साथ लकडी और पीओपी का कार्य किया गया था और वह वादी के घर की परिस्थितियों से अच्छी तरह वाकिब था । उसे यह बात भी मालूम थी कि वादी दिन में दुकान में रहता है और 02 बजे दिन में लंच करने घर आता है, इससे पहले उसकी पत्नी घर पर अकेली रहती है ।
आज पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना के आधार पर सरवट मुजफ्फरनगर में अपनी कार स्विफ्ट डिजायर कार यूके-07-डीएफ-3352 से अपने वकील से मिलने जा रहे महबूब को उसके 02 अन्य साथियों मनव्वर व शमीम के साथ गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार आरोपियों द्वारा स्वंय को उक्त घटना को अंजाम देना स्वीकार किया गया। महबूब ने बताया कि मेरे द्वारा शीशपाल अग्रवाल के घर पर फर्नीचर व पीओपी का कार्य किया था और मै इनकी आर्थिक स्थिति व समाज में धनी होने की शोहरत देख कर मेरे मन में लालच आ गया था। उसी वक्त से मेरे द्वारा इनके यहाँ चोरी/लूट करने की भावना उत्पन्न हो गयी थी और मैने इनका भरोसा भी प्राप्त कर लिया था व इनके परिवारजनो व इनके सम्बन्ध में अन्य जानकारी जुटाना शुरू कर दिया था । मैंने शमीम तथा मनव्वर ने इनके घर के आसपास रैकी कर लूट/डकैती डालने की योजना तैयार की और मैने और मनव्वर ने जनपद मुज्जफरनगर के मूल निवासी होने के चलते मुज्जफरनगर के आदतन अपराधियो से सम्पर्क कर मुज्जफरनगर निवासी रियाज, नावेद, मेहरबान, वसीम, तहसीम कुरैशी को उक्त घटना/डकैती करने के लिए के योजना में शामिल करते हुए उनसे मिलकर निर्धारित योजना के अन्तर्गत डकैती की घटना को अंजाम दिया।
घटना के दिन वसीम, तहसीम, नफीस, बाबा व मेहरबान बावला वादी के घर में घुसे और मैं, मन्नवर व अन्य साथी घर के आस-पास घर के बाहर आने-जाने वालों की निगरानी करने लगे तथा घर में घुसे लोगो द्वारा शीशपाल अग्रवाल की पत्नी व इनके घर में काम करने वाली 02 नौकरानियो को हथियार दिखाकर डरा-धमकाकर इन्हीं के घर के एक कमरे में बन्धक बनाकर इनके घर की अलमारियों व अन्य स्थानों में रखी नकदी व जेवरात को लूटकर भाग गये। घटना के बाद से सभी लोग डोईवाला से अलग-अलग होकर मौके से फरार हो गये। पकडे गये आरोपियों से घटना मे प्रयुक्त हुयी स्विफ्ट डिजायर कार स0: यूके-07-डीएफ-3352 से आरोपियों की निशानदेही पर नकदी बरामद की गई।