देहरादून/रिखणीखाल।(प्रभुपाल सिंह रावत) विश्व गिद्ध दिवस के मौके पर प्रकृति के सफाई नायकों के जीवन की अहमियत और संरक्षण को लेकर पौड़ी गढ़वाल के अन्तर्गत रिखणीखाल प्रखंड के राजकीय इन्टर कॉलेज द्वारी में गणित शिक्षक दिनेश चन्द्र कुकरेती के द्वारा विशेष जागरूकता कार्यक्रम चलाया गया।
उत्तराखंड में गिद्ध लगातार विलुप्त होने के कगार पर हैं इनकी संख्या में 90% गिरावट दर्ज की गई है। 2010 से दिनेश कुकरेती गिद्ध संरक्षण व बचाव का कार्य कर रहे हैं जिसमें उनको कुछ सफलता महसूस हो रही है।उनके द्वारा ग्राम नावेतल्ली,टान्डियू के जंगलों व पठारो में गिद्ध( गरूड) के अड्डों को पुनर्जीवित करने का कार्य किया जा रहा है।
दिनेश कुकरेती रिखणीखाल व नैनीडान्डा प्रखंड के कई गाँवो में लोगों को जागरुक करने का काम कर रहे हैं। लोगों को कीटनाशक दवाओं का प्रयोग न करने, वनों को आग न लगाने,मृत मवेशियों को गिद्ध के भोजन हेतु सुरक्षित जगह रखने के लिए लगातार जन जागरूकता अभियान चला रहे हैं। इस अवसर पर राजकीय इन्टरमीडिएट कॉलेज द्वारी के प्रांगण में उन्होने लोगों को गिद्ध बचाव,महत्व पर जानकारी साझा की।
अभियान में ग्राम द्वारी के प्रधान लक्ष्मण सिंह नेगी,सरपंच वन पंचायत द्वारी विनोद मैन्दोला ने भी दिनेश कुकरेती के द्वारा किये कार्यों की सराहना की तथा कीटनाशक दवा का प्रयोग न करने,वनाग्नि से बचाव करने पर जोर दिया। सरपंच विनोद मैन्दोला ने विस्तार से इस विषय पर प्रेरित किया और कहा कि इसमे सबका सहयोग ज़रूरी है। संगीता बिष्ट ने गिद्ध की संरचना,व्यवहार आदि पर प्रकाश डाला। इस मौके पर पूर्व पी टी ए अध्यक्ष गिरीश चन्द्र मैन्दोला,राजदर्शन मैन्दोला, रजनी,बचनलाल भारती,धन सिह रावत,राजेन्द्र प्रसाद,सतीश चन्द्र,भगतसिंह सहित विद्यालय के शिक्षक वर्ग,छात्र छात्राये व ग्रामीण उपस्थित रहे।