देहरादून। शोसल मीडिया पर आरएसएस के प्रांत प्रमुख युद्घवीर सिंह के नाम से आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज मे बैकडोर से रिश्तेदारों की तैरती लिस्ट से हड़कंप मच गया। पोस्ट के वायरल होते ही संघ की स्वयं सेवक हरकत मे आ गए और उन्होंने इसे फर्जी, कूट रचित और साजिस बताते हुए पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार तथा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन दिया। प्रान्त कार्यवाह दिनेश सेमवाल की ओर से दिये पत्र मे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के उत्तराखंड के प्रांत प्रचारक युद्धवीर व संगठन को बदनाम व अपमानित करने की नीयत व मंशा से शीर्षक “युद्धवीर यादव प्रान्त प्रचारक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, उत्तराखंड, देहरादून द्वारा अपने रिश्तेदारों को उत्तराखंड में वर्ष 2017 से 2022 के बीच अपने पद व प्रभाव का दुरुपयोग कर सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने का संक्षिप्त विवरण निम्नलिखित प्रकार से है-” से एक फर्जी, असत्य एवं भ्रामक सूची बनाकर जिसमें कुछ लोगों के नाम लिखकर व उन्हें प्रान्त प्रचारक युद्धवीर जी का रिश्तेदार व नातेदार बताया गया है। वहीं उन्हें सरकारी नौकरी लगाया जाना बताया गया है। जबकि वह सूची पूर्ण रूप से फर्जी, असत्य व कूटरचित है तथा वे लोग उल्लेखित स्थान पर ना तो कार्यरत है व ना ही उनका किसी प्रकार का सम्पर्क व सम्बन्ध प्रान्त प्रचारक के साथ है।
यह सूची दिनांक 16 सितम्बर को लगभग शाम 04 बजे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ उत्तराखण्ड के सह प्रान्त व्यवस्था प्रमुख नीरज मित्तल को उनके whatsapp नम्बर 9411189598 पर डॉ० मुकेश गोयल जिनका नम्बर 9412438100 से प्राप्त हुई व डॉ० मुकेश गोयल जी से पूछे जाने पर पता लगा कि उन्हें वह सूची संजीव अग्रवाल निवासी – ग्रीन पार्क, बल्लूपुर, देहरादून जिनका नम्बर 9997496755 से प्रेषित की गई है। एक अन्य व्हाट्सएप नम्बर 9720940738 जो कि सुभाष जोशी का है तथा व्यापक रूप से अन्य भी कई नम्बरों पर यह सूची प्रसारित की जा रही है। कुछ लोगों द्वारा इलेक्ट्रॉनिक संयोजनों का दुरुपयोग करते हुए झूठे, आधारहीन इलेक्ट्रॉनिक दस्तावेज जो कि शब्दों का कूटकरण कर लोगों के सामने सोशल मीडिया में रखकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ तथा संघ के पदाधिकारीगण की ख्याति को चोट पहुँचाई और झूठी अफवाह फैलाई कि जिसमें समाज में संघ व उनके कार्यकर्ताओं के प्रति घृणा व वैमनस्य का वातावरण पैदा हुआ है। इस प्रकार प्रार्थी के संगठन के विरुद्ध सूचना प्रौद्योगिकी का दुरुपयोग कर तथा शब्दों का कूटकरण कर उक्त सूची का प्रसारण कर संगठन एवं संगठन के पदाधिकारियों की छवि धूमिल की है तथा ख्याति को क्षति पहुँचाई है।
इसके बाद कार्यकर्ता मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भी मिले और जारी लिस्ट को फेक करार देते हुए इसकी जांच की मांग की।
दूसरी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम हरीश रावत ने भी फेस बुक वाल पर लिस्ट को पोस्ट किया और कहा कि कुछ खोजी लोगों के द्वारा उन्हें लिस्ट भेजी गयी है। हालांकि लिस्ट के वायरल होते ही कमेंट की बाढ़ आ गयी।
दुष्प्रचार मे झलक रही है कांग्रेस की निराशा: चौहान
दूसरी ओर भाजपा कांग्रेस पर हमला करते हुए कांग्रेस को निराश और हताश बताते हुए कहा कि अब वह दुष्प्रचार का सहारा लेकर राष्ट्रवादी संगठन के स्वयंसेवकों को बदनाम करने की कोशिश कर रही है।
जारी विज्ञप्ति मे भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि सोसल मीडिया के जरिए संघ के स्वयंसेवकों के खिलाफ आधारहीन और बिना तथ्यों के अनर्गल आरोप पोस्ट किये जा रहे है। उन्होंने कहा की कांग्रेस का यह चरित्र लम्बे समय से देखने को मिल रहा है और यही कारण है कि उसे इस नकारात्मक सोच का बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ा है। राष्ट्र हित और समाज के हर वर्ग की सेवा कार्यो के लिए जुटे संघ के मनोबल को तोड़ने की जो साजिश कांग्रेस रच रही है उसे इससे कोई लाभ नही होने वाला है। चौहान ने कहा की नफरत के खिलाफ देश जोड़ों यात्रा का आडम्बर रचने वाली कांग्रेस की कलई भी सबके सामने आ गयी है। एक गैर राजनैतिक राष्ट्रवादी संगठन पर जिस तरह से साजिशन एक के बाद एक हमले सामने आ रहे है उससे कांग्रेस की हक़ीक़त सामने आ गयी है। उन्होंने कहा कि संघ सेवा कार्यो की बदौलत विस्तार कर रहा है, जबकि अवसरवादी और देश विरोधी विचारों वाले संगठन आज नेपथ्य की ओर है। साजिस के हथकंडो से कोई तत्कालिक लाभ ले सकता है लेकिन वह रास्ता दूर नही जाता। उन्होंने कांग्रेस को सद्बुद्धि की कामना की। उन्होंने कहा की इस तरह दुष्प्रचार करने वाले लोगों की पड़ताल कर कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए ।